मिर्जापुर: नवरात्रि के पहले दिन मां विंध्यवासिनी मंदिर पर उमड़ा भक्तों का जनसैलाब

punjabkesari.in Wednesday, Mar 22, 2023 - 11:29 AM (IST)

मिर्जापुर: चैत्र नवरात्र आज से प्रारंभ हो गया है. मिर्जापुर के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में स्थित मां विंध्यवासिनी दरबार में भी आधी रात से ही श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए थे मंगला आरती के बाद से ही श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन लंबी-लंबी लाइनों में लगकर कर रहे हैं। नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालु शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन पूजन कर रहे हैं। 

हिंदू धर्म में नवरात्रि का काफी महत्व है। नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। वैसे तो सालभर में कुल चार नवरात्रि आती हैं, जिसमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि का काफी महत्व होता है। कहा जाता है नवरात्रि में माता की पूजा-अर्चन करने से भक्तों पर देवी दुर्गा की खास कृपा होती है। पूरे देश भर में नवरात्रि का पर्व बुधवार से प्रारंभ हो गया है। मिर्जापुर की विंध्याचल धाम में भी मां विंध्यवासिनी दरबार में आधी रात से ही श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए थे। मां विंध्यवासिनी के मंगला आरती के बाद से ही दूरदराज से आए श्रद्धालु लंबी-लंबी लाइनों में लगकर हाथों में नारियल चुनरी लेकर जयकारा लगाते हुए दर्शन पूजन कर रहे हैं। मां का एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु बेताब दिखे। घंटों लाइन में लग गए बारी बारी से मां के दरबार में पहुंचकर मां की एक झलक पाकर निहाल हो रहे हैं। नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री स्वरूप का भक्त दर्शन पूजन कर रहे हैं।

विंध्याचल नवरात्रि मेले को सुरक्षा की दृष्टि से दो सुपर जोन, 10 जोन  और 21 सेक्टरों में बाटा गया है। प्रत्येक सुपर जोन में अपर पुलिस अधीक्षक, जोन में पुलिस उपाधीक्षक और सेक्टर में निरीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारी लगाए गए हैं। गंगा नदी किनारे एसडीआरएफ, एनडीआरएफ. सिविल ड्रेस में भी पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही सीसीटीवी के माध्यम से भी निगरानी की जा रही है। मेला क्षेत्र में 2000 के लगभग पुलिस बल की तैनाती की गई है।

विंध्याचल धाम में स्थित मां विंध्यवासिनी मंदिर,मां काली खोह मंदिर और अष्टभुजा मंदिर को देसी व विदेशी फूलों भव्य सजावट की गयी हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच तीनों मंदिरों पर सुबह से ही श्रद्धालु दर्शन पूजन कर रहे हैं। इस बार नवरात्रि नौ दिन की है इस बार की नवरात्रि विशेष संयोग लेकर आई है। मां दुर्गा नाव पर सवार होकर आई। गज की सवारी पर होकर प्रस्थान करेंगी। नौका पर आने सुख-समृद्धि का सूचक है। हाथी पर जाने का सूचक है। इस बार अधिक वर्षा होगी वर्षा होने से नदी उफान के संकेत होते हैं। 


 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj