सीएम योगी की महत्वाकांक्षी योजना मिशन शक्ति से कितना बदला यूपी की बेटियों का हाल... देखिए ये रिपोर्ट

punjabkesari.in Thursday, Nov 17, 2022 - 05:23 PM (IST)

लखनऊ (अश्वनी सिंह) : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा बीते साढ़े पांच वर्षों से महिला सशक्तिकरण के लिए मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसमें महिला जागरूकता, आत्मनिर्भरता एवं सुरक्षा मुख्य बिंदु हैं। हर बीट में महिला पुलिसिंग लागू की गई है। प्रदेश में कन्या भ्रूण हत्या की समस्या के निदान के लिए पहले मुखबिर योजना चलाई गई और फिर मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को तेज गति दी गई। महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से लाया गया मिशन शक्ति अभियान 15वें वित्त आयोग द्वारा वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक के लिए लॉन्च किया गया है। मिशन शक्ति एकीकृत महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम है। जिसे महिलाओं की सुरक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण हेतु अम्ब्रेला योजना के रूप में कार्यान्वयन हेतु शुरू किया गया है।

यूपी पुलिस में 20 प्रतिशत पदों पर लड़कियों की भर्ती
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2020 में आयोजित मिशन शक्ति के कार्यक्रम में कहा गया था कि महिलाओं के साथ असभ्य व्यवहार करने वाले सभ्य समाज के दुश्मनों की तस्वीर चौराहे पर लगेगी। इसके बाद सरकार ने यूपी पुलिस में 20 प्रतिशत पदों पर बेटियों की भर्ती का ऐतिहासिक निर्णय भी लिया। हर थाने में एक महिला डेस्क स्थापित की गई है। अभी हाल ही में अपनी राजधानी लखनऊ की यात्रा के दौरान मशहूर अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने महिला सुरक्षा को लेकर यूपी सरकार के प्रयासों की तारीफ की है।

महिलाओं के सुरक्षा और अधिकारिता के लिए संयोजक राज्य बना यूपी
पिछले दिनों योजना भवन में यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुए, साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 18 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारीगण भी जुड़े। उल्लेखनीय है कि इसमें उत्तर प्रदेश को राज्य में महिला सशक्तिकरण, विशिष्ट क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारिता के लिए पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए अग्रणी राज्य (संयोजक) के रूप में नामित किया गया। इसके अलावा आंध्र प्रदेश को उप विषय के लिए सह संयोजक के रूप में नामित किया गया है।

विपक्ष मिशन शक्ति अभियान को फ्लॉप बता रहा
सरकार जहां इस अभियान को सफल बता अपनी पीठ थपथपा रही है। वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महिला सशक्तिकरण पर गंभीर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि मिशन शक्ति फ्लॉप है। भाजपा राज में निर्दोष मारे जा रहे हैं और अपराधी सत्ता का सीधा संरक्षण पा रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता संरक्षित अपराधियों के चलते बहन-बेटियों-महिलाओं की जिंदगी संकट में है। भाजपा सरकार का मिशन शक्ति दिखावे के लिए ही बना है। ऐंटी रोमियों स्क्वाड भी मौके पर कहीं दिखाई नहीं पड़ता है। भाजपा सरकार का महिला सशक्तीकरण का दावा भी उसके दूसरे वादों की तरह कोसों दूर चला गया।

आर्थिक क्षेत्र में महिलाओं की ताकत बढ़ना जरूरी
देश में महिला और पुरुष दोनों को समान अधिकार हैं। हम सभी को पता है कि मातृ शक्ति की ताकत से सब कुछ संभव है। आज महिलाओं की भागीदारी निजी क्षेत्र से लेकर सार्वजनिक क्षेत्र के पुलिस, चिकित्सा, शिक्षा, तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, पंचायती राज जैसे हर सेक्टर में तेजी से बढ़ रही है। आज के दौर में महिलाएं किसी से कमजोर या पीछे नहीं है। ऐसे में अब आवश्यक हो गया है कि महिलाओं की ताकत को आर्थिक क्षेत्र में अग्रणी भूमिका देकर उभारना चाहिए।

Content Editor

Prashant Tiwari