नेताजी की फोटो के साथ जारी हुआ देश का पहला मोबाइल अनाज बैंक

punjabkesari.in Thursday, Oct 13, 2016 - 05:30 PM (IST)

वाराणसी: वाराणसी में खुले विश्व के पहले अनाज बैंक को आज एक साल पूरा हो गया है। इसकी सफलता को देखते हुए यहां के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हिस्ट्री के प्रोफेसर डॉक्टर राजीव श्रीवास्तव ने अनाज बैंक द्वारा एक मोबाइल अनाज बैंक की शुरुआत की। इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा गरीब लोगों को लाभ पहुचाना है। इस मोबाइल अनाज बैंक से चिन्हित कर गरीब महिलाओं, विधवा और गरीबी रेखा के नीचे के लोगों को अनाज वितरित किया जाएगा जो प्रत्येक रविवार को घर घर जाकर 5 किलो अनाज मुहैया कराएगा।

अनाज बैंक का काम करने का तरीका भी बिलकुल अन्य बैंको की तरह है फर्क बस इतना है की यहां अनाज जमा तथा निकाला जाता है। इसके लिए बाकायदा लोगों का पासबुक भी बनाया गया है जिसे प्रतिमाह लोगों को अनाज दिए जाने के वक्त पासबुक पर एंट्री करवाई जाएगी। वहीं जमाकर्ताओं का अलग पासबुक बनाया गया है जिसमे जमाकर्ताओं द्वारा दिए गए अनाज को दर्शाया जाता है। इस कार्य में डा, राजीव के साथ नगर की प्रतिष्टित महिला चिकित्सक डा. मेनका गुप्ता व अन्य समाजसेवियों व सैकड़ों बच्चों की फौज भी शामिल है। यही नहीं अनाज बैंक ने नेताजी के फोटो के साथ अनाज मुद्रा की शुरुआत की है जो लाभार्थी को दिया जाएगा। जिसके बदले में उसे 5 किलो अनाज दिया जाएगा। इस अनाज मुद्रा में 5 किलो लिखा हुआ है और इस पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस का चित्र बना हुआ है। 

सुभाष चंद्र बोस से प्रेरित डा. राजीव श्रीवास्तव का कहना है की यह अनाज बैंक विश्व का पहला बैंक है और अब अन्य जगहों में भी इसकी शाखाएं खोली जाएंगी जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगो को इसका लाभ मिल सकेगा और एक समय ऐसा आएगा की हमारे देश में कोई भी व्यक्ति भूख से नही मरेगा। वही मोबाइल अनाज बैंक के बारे में डा. राजीव ने बताया की इसकी मदद से हम ज्यादार लोगों तक पहुच सकेंगे साथ ही एक मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है जिसके द्वारा भी कांटेक्ट करने वाले तक लोगो तक मदद पहुचाई जाएगी ।