PM मोदी के संसदीय क्षेत्र में अखिलेश यादव के दावों की एक प्रेसवार्ता में ऐसे खुली पोल

punjabkesari.in Wednesday, Mar 01, 2017 - 10:36 AM (IST)

वाराणसी:उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल इतना गर्म है कि राजनीतिक पार्टियां बिजली को लेकर एक दूसरे पर जमकर आरोप लगा रहे हैं। अखिलेश और मोदी की सरकार बिजली को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन दावों की पोल उस समय खुल गई जब बिजली मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक बाद बत्ती गुल हो गई। बता दें कि वाराणसी में पीयूष गोयल बिजली को लेकर मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस तो हो गई लेकिन इसके ठीक बाद बिजली ने झटका दे दिया। बत्ती गुल हो गई और बीजेपी का ये चुनावी दफ्तर अंधेरे में डूब गया।

बिजली नहीं होने के कारण राज्य का विकास ठप
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विभिन्न चुनावी कार्यक्रमों में भाग लेने पहुंचे गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि सपा एवं बसपा ने राज्य में गरीब लोगों के इलाके में विद्युतीकरण करने में उदासीनता बरती और केंद्र की तत्कालील कांग्रेस पार्टी की सरकार ने उसे नजरअंदाज किया। इस वजह से उत्तर प्रदेश में आजादी के 70 साल बाद भी एक करोड़ 80 लाख परिवार बिजली से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद विद्युतीकरण करने में तेजी आई है, लेकिन केन्द्रीय योजनाओं की अनदेखी का सिलसिला अभी भी जारी है। बिजली नहीं होने के कारण राज्य का विकास ठप पड़ा हुआ है। उद्योग-धंधे आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं, जिससे बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है।

5 चरणों के चुनाव में भाजपा को मिला जनता का भारी समर्थन
गोयल ने आरोप लगाया है कि सपा सरकार राजनीतिक नफा-नुकसान देखकर बिजली की आपूर्ति कर रही है। चुनाव के विभिन्न चरणों में की गई बिजली की आपूर्ति के आंकड़ों से पता चलता है कि चुनाव संपन्न हो चुके इलाकों में बिजली की भारी कटौती की गई। जनता सपा के इस रवैये से वाकिफ है और वह उसके छलावे में नहीं आने वाली है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अब तक हुए 5 चरणों के चुनाव में भाजपा को जनता का भारी समर्थन मिला है और अगले 2 चरणों में भी उसके पक्ष में मतदान होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि उनकी पार्टी 80 फीसदी से अधिक सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत की सरकार बनाएगी। सरकार बनने के बाद बिना भेदभाव के प्रदेश के सभी हिस्सों में बिजली की आपूर्ति की जाएगी।