एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित होगा काशी, बनेगा आत्मनिर्भर भारत का मॉडलः PM मोदी

punjabkesari.in Monday, Jul 13, 2020 - 12:15 PM (IST)

लखनऊः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद करने वालों को प्रोत्साहित करते हुए उनसे संवाद किया। पीएम ने कहा कि मां अन्नपूर्णा और बाबा विश्वनाथ के दूत बनकर काशी के लोग हर जरूरतमंद तक पहुंचे। दरअसल, पीएम ने वाराणसी के एनजीओ के प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा कि ये भगवान शंकर का ही आशीर्वाद है कि कोरोना के इस संकट काल में भी हमारी काशी उम्मीद और उत्साह से भरी हुई है। पीएम ने भोजपुरी से संबोधन की शुरूआत करते हुए कहा, 'हर-हर महादेव। काशी के पुण्य धरती के आप सब पुण्यात्मा लोगन के प्रणाम हौ।

मोदी ने कहा कि हम सभी के प्रयासों से हमारी काशी भारत के एक बड़े एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित हो सकती है और हमें करना चाहिए। काशी को हम आत्मनिर्भर भारत अभियान के प्रेरक के रूप में भी विकसित और उसे स्थापित करें। उन्होंने कहा कि इस समय काशी में ही लगभग 8 हजार करोड़ रुपये के अलग-अलग प्रोजेक्ट्स पर काम तेजी से चल रहा है। देश में जब स्थितियां सामान्य होंगी तो काशी में पुरानी रौनक भी उतनी ही तेजी से लौटेगी। इसके लिए हमें अभी से तैयारी करनी होगी।

पीएम मोदी ने कहा कि हमें काशी को एक्सपोर्ट हब बनाना है। आत्मनिर्भर योजना के जरिए ज्यादा से ज्यादा कार्यों को बढ़ावा देना है। अभी से इसकी तैयारी भी हमें करनी है। टूरिज्म से जुड़े प्रोजेक्ट क्रूज, लाइट एंड साउंड, दशाश्वमेध घाट, घाटों का सौंदर्यीकरण पर तेजी से काम हो रहा है। काशी को देश में आत्मनिर्भर का बड़ा केंद्र बनना है। सरकार के फैसले के बाद यहां की साड़ियां, डेयरी और मछली पालन में अपार संभावनाएं सामने आ रही हैं। इन सभी प्रयासों से काशी को भारत में बड़े एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित किया जा सकता है, जो देश में आत्मनिर्भर भारत का प्रेरक बन सके। 

इतना ही नहीं पीएम मोदी ने कोरोना संकट के चलते सावन में दर्शन नहीं कर पाने का जिक्र करते हुए कहा कि ये सही है कि लोग बाबा विश्वनाथ धाम नहीं जा पा रहे, ये सही है कि मानस मंदिर, दुर्गाकुंड, संकटमोचन में सावन का मेला नहीं लग पा रहा है, लेकिन ये भी सही है कि इस अभूतपूर्व संकट के समय मैं और मेरी काशी, हमारी काशी ने, इस अभूतपूर्व संकट का डटकर मुकाबला किया है। 
 

Tamanna Bhardwaj