मोहसिन रजा बोले- सुन्नी और शिया बोर्ड का कार्यकाल समाप्त, अब जांच करवाएगी योगी सरकार

punjabkesari.in Wednesday, May 20, 2020 - 06:58 PM (IST)

उन्नावः शिया व सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन और अन्य सदस्यों सहित वक्फ बोर्ड के कार्यकाल समाप्त होने पर योगी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि पूर्व में ही मार्च अप्रैल में सुन्नी वक्फ बोर्ड का समय समाप्त हो गया था। उनके चेयरमैन और सदस्यों का समय समाप्त हो गया था और 18 मई को शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन का कार्यकाल समाप्त हो गया है। यह दोनों ही बोर्ड समाजवादी पार्टी के दौरान गठित किए गए थे, इसलिए इन दोनों के कार्यकाल के समय अनियमितताएं बहुत हुई हैं।

मोहसिन रजा ने कहा कि खास करके कानून को ताक पर रखकर के इन्होंने निजी स्वार्थों को उसाकते हुए मनमाने तरीके से काम किया। उन सभी फैसलों की योगी सरकार जांच कराएगी। उन लोगों को भी न्याय मिलेगा जो लोग परेशान थे। दोनों वक्फ बोर्ड आप जानते हैं कि 5 वर्षों का कार्यकाल होता है तो पिछली सरकार में बने हुए जो बोर्ड थे। 

उन्होंने कहा कि शिया और सुन्नी वक्फ बोर्डों के चेयरमैन / सदस्यों सहित वक्फ बोर्डों के कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रदेश के मुस्लिम समुदाय के ग़रीब, पात्र और जायज़ लोगों में अब हमसे उम्मीद जगी है जिसे हम पूरा भी करेंगे. हम समुदाय के वरिष्ठ धर्मगुरुओं, समाजसेवियों एवं सभी सम्मानित व्यक्तियों से समय-समय पर  विचार विमर्श कर वक्फ हित में एवं जनहित में सभी जरूरी कदम उठाएंगे।

मोहसिन रजा ने कहा कि जायज लोगों को पारदर्शिता और न्याय पाने के सभी संसाधन और चैनल मुहैय्या कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि वक्फ हित के लिए वक्फ ट्रीयूबनल का गठन किया गया है, जिसमें CEO की नियुक्ति भी करवायी गई है। समाजवादी पार्टी के राज में 10 वर्षों तक फैले भ्रष्टाचार की C.B.I से जांच को सहमती मिल गई है साथ ही वक्फ के ऑडिट की जांच के भी आदेश दिए है। जिसे अब बहुत तेजी और निष्पक्ष तरह से जांच करने में मदद मिलेगी। उनका कहना है कि जो लोग जांच में रोड़े अटकाते थे वे अब बोर्ड में नहीं रहे।

अब जब योगी सरकार में बोर्ड गठित होंगे जब भी आगे गठित होंगे करोना के बाद इससे हम जब बाहर निकलेंगे तो यह मानकर कर चलिए बहुत अच्छे-चेयरमैन मिलेंगे। आपको और सभी लोगों को न्याय मिलेगा चाहे वह सुन्नी वक्फ बोर्ड हो या शिया वक्फ बोर्ड हूं। 
 

Tamanna Bhardwaj