MATHURA: बंदरों की लगातार हो रही मौत लोगों के लिए बन गई है चिंता का विषय

punjabkesari.in Wednesday, May 08, 2019 - 10:57 AM (IST)

 

मथुरा: मथुरा-वृन्दावन में प्राय: बंदरों के आतंक की खबरें आती रहती हैं, लेकिन अब एक क्षेत्र विशेष में बंदरों की लगातार हो रही मौत लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई है। कुछ समय पहले तक अनेक लोग लोकसभा चुनाव में उसी उम्मीदवार को वोट देने की बात कर रहे थे, जो उन्हें बंदरों की समस्या से निजात दिलाएगा, लेकिन अब बंदरों की अप्रत्याशित मौत बड़ा मुद्दा बन गई है और लोग इसका कारण जानना चाहते हैं।

कार्यकर्ता महंत मधुमंगल शरण शुक्ल ने बताया कि बीते 2 सप्ताह में करीब 17 बंदरों के शव गोविंद बाग क्षेत्र में मिल चुके हैं। बंदरों की शारीरिक स्थिति से पता नहीं चल पा रहा है कि उनकी मौत प्राकृतिक तरीके से हुई है या यह किसी की सोची-समझी साजिश है। उन्होंने बताया कि इस मामले में नगर निगम के क्षेत्रीय पार्षद वैभव अग्रवाल और शिकायतकर्ता दीपक पाराशर ने वन विभाग को सूचित किया तो वह भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं दिखा। पशु चिकित्साधिकारी मौसम की मार तथा शरीर में पानी की कमी के सिवाय और कोई कारण नहीं बता सके। अग्रवाल और पाराशर ने बताया कि सोमवार को भी दो बंदरों के शव गोविंद बाग क्षेत्र में मिले हैं। पशु चिकित्साधिकारियों ने उनका पोस्टमॉर्टम नहीं किया। वे उनके शव भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली भेजने की बात कर रहे हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि बंदरों की मौत के संबंध में आई शिकायत पर संज्ञान लिया गया है और सामान्य डायरी में सूचना दर्ज कर पोस्टमॉर्टम कराया गया है। अब तक 3 बंदरों का पोस्टमॉर्टम हुआ है, लेकिन मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। 2 बंदरों की मौत के मामले में लू लगना तथा एक बंदर की मौत के मामले में पानी की कमी को संभावित कारण बताया गया है। उन्होंने कहा कि बंदरों का विसरा परीक्षण के लिए भेजा गया है। यदि विसरा रिपोर्ट में कोई भी संदिग्ध कारण अथवा हानिकारक तत्व दिए जाने की पुष्टि होती है, तो उस स्थिति में मुकदमा दर्ज कर जांच कराई जाएगी। इसके लिए हम विसरा रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं।

Anil Kapoor