UP में एक गांव ऐसा भी, जहां बदमाशों की दहशत में 20 से अधिक ग्रामीणों ने छोड़ी नौकरी

punjabkesari.in Wednesday, Aug 29, 2018 - 12:08 PM (IST)

बागपत(विवेक कौशिक): बागपत के छोटे से गांव ज्वाहरपुर मेवला में बदमाशों की दहशत के चलते 20 से अधिक ग्रामीणों ने नौकरी छोड़ दी है। इतना ही नहीं परिवार की सुरक्षा के लिए ग्रामीण रात के समय लाठी-डंडों से लैस होकर टोली में पहरा देने को मजबूर हैं। बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वो आए दिन गांव में किसी वारदात को अंजाम देने पहुंच जाते हैं। पुलिस भी बदमाशों पर शिकंजा कसने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश है।

कच्छा बनियानधारी बदमाशों का है आतंक
बागपत से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बलि से सटे ज्वाहरपुर मेवला गांव की आबादी करीब 1000 है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 15 दिन से गांव में कच्छा बनियानधारी बदमाशों का आतंक है। बदमाश पलक झपकते ही घरों में कैद पशुओं को चोरी करने के लिए पहुंच जाते हैं। उन्होंने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जिसके चलते ग्रामीणों ने खुद ही अपनी सुरक्षा का जिम्मा उठा लिया है। 

परिवार की सुरक्षा के लिए शुरू किया पहरा देना
ग्रामीणों के मुताबिक, 1 सप्ताह पूर्व ही गांव में वारदात को अंजाम देने के उद्देश्य से घुसे 3 युवकों को पकड़ लिया गया तथा पुलिस को सौंप दिया गया। इसके बाद से ही गांव में बदमाश देखे जा रहे हैं। बदमाश हमारे घरों में घुसकर वारदात को अंजाम देने का प्रयास करते हैं लेकिन हमारी सक्रियता के चलते सफल नहीं हो पाते। परिवार की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से लैस होकर गांव में पहरा देना शुरू कर दिया है।  

ग्रामीणों ने रात जागकर ही गुजारने की ठानी 
हालात यह हैं कि जैसे ही ग्रामीण पहरा देना बंद करते हैं, तुरंत ही बदमाश खेतों से निकलकर मकानों में घुस जाते हैं। 2 ग्रामीणों के यहां पर पशु चोरी की वारदात को भी अंजाम दिया जा चुका है। अब ग्रामीणों ने रात जागकर ही गुजारने की ठान ली है। प्रतिदिन पहरा देकर परिवार की सुरक्षा की जा रही है। शनिवार रात मीडिया ने गांव का दौरा किया। जहां देखा कि टोली में 100 से अधिक ग्रामीण गांव में लाठी डंडों से लैस होकर पहरा दे रहे थे। 

दहशत के चलते नौकरी पर छोड़ा जाना 
कई ग्रामीणों ने बदमाशों की दहशत के चलते नौकरी पर जाना छोड़ दिया है। इसका कारण यह है कि वह रात में पहरा देते हैं और फिर दिन में किस तरह से ड्यूटी कर सकते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि रात में पुलिस भी गश्त करती है मगर जैसे ही पुलिस गांव से निकलती है तुरंत ही बदमाश खेतों में बैटरी या फिर मोबाइल दिखाते हुए फिर खुली चुनौती देते नजर आते हैं। ग्रामीणों के पीछा करने पर बदमाश भाग जाते हैं। 

महिलाएं भी टोली में पहरा देने को मजबूर 
गांव में बदमाशों की इतनी अधिक दहशत हो गई है कि गांव की महिलाएं भी लाठी-डंडों से लैस होकर बारी-बारी से पहरा दे रही हैं। कई महिलाओं ने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है जब पूरा गांव जागकर रात गुजार रहा है। बदमाशों की दहशत से परेशान ग्रामीणों ने पुलिस से बदमाशों को पकड़वाने की गुहार लगाई है। 

SP से मुलाकात करेंगे ग्रामीण
ग्रामीणों ने गांव में एक बैठक की। जिसमें ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए वह जल्द ही एसपी बागपत जयप्रकाश से भी मिलेंगे। गिरोह का भंडाफोड़ कराया जाएगा।

Deepika Rajput