डॉक्टरों की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2019 - 10:40 AM (IST)

चंदौली: उत्तर प्रदेश में डॉक्टरों की लापरवाही का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। जिसका खामियाजा मरीजों को जान देकर चुकाना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के चंदौली जिले में सामने आया जहां डॉक्टरों की लापरवाही से प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गयी। घटना से गुस्साए लोगों ने परिजनों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के गेट पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया। मामले की सूचना मिलते ही सीओ व तहसीलदार सकलडीहा समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गयी। 

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से जच्चा बच्चा की मौत हुई। काफी समझाने और डीएम से परिजनों से फोन और बात कराने के बाद ग्रामीण शांत हुए तब जाकर जाम समाप्त हुआ। जिला प्रशासन द्वारा मामले में जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ।

क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला धानापुर थाना क्षेत्र के समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का है। जहां धानापुर थाना क्षेत्र के धरांव गांव की निवासी सुजीता चौहान को प्रसव पीड़ा के दौरान परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। इसी दौरान लेबर रूम में प्रसूता की हालत बिगड़ गयी और जच्चा बच्चा की मौत हो गयी। परिजनों को जैसे ही जच्चा बच्चा के मौत की जानकारी हुई कोहराम मच गया और परिजनों का रोना बिलखना सुन मौके ओर काफी भीड़ इक_ा हो गयी। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया और स्वास्थ्य केंद्र के गेट पर शव रखकर धानापुर-सकलडीहा मार्ग जाम कर दिया। परिजन लापरवाह डॉक्टरों पर कार्यवाही की मांग पर अड़ गए।

प्रसूता में थी खून की कमी : आशा वर्कर
प्रसूता के संग आयी आशा ने बताया कि प्रसूता की जब जांच की गई तो खून की कमी पाई गई। डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि प्रसूता में खून की कमी है। फिर भी परिजन प्रसव के लिए डॉक्टरों को बोले और प्रसव के दौरान जच्चा बच्चा की मौत हो गयी।

जांच के बाद दोषियों के खिलाफ होगी कार्यवाही: DM
तहसीलदार बृजेश सिंह ने बताया कि यहाँ महिला की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। जिलाधिकारी ने पीड़िता के परिजनों से बात की है और मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

पूर्व में भी हो चुकी है ऐसी घटना 
आपको बता दें कि धानापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पूर्व में भी ऐसी घटना हो चुकी है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि जिलाधिकारी जांच की रिपोर्ट आने के बाद क्या कार्यवाही करते हैं और पीड़ित को इंसाफ मिलता भी है या नहीं।

Ajay kumar