प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत, सामने आई डॉक्टरों की लापरवाही

punjabkesari.in Tuesday, Jun 02, 2020 - 01:54 PM (IST)

मैनपुरी: जनपद में डॉक्टरों के द्वारा धन उगाई और लापरवाही के चर्चे प्राइवेट अस्पतालों से आए दिन देखने को मिल रहे हैं। परंतु शिकायतों के बावजूद भी आज तक स्वास्थ्य विभाग इन लापरवाह डॉक्टरों के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई करने में असमर्थ रहा है। इसका जीता जागता सबूत एक और मैनपुरी में देखने को मिला जहां एक प्रसूता ने चिकित्सक की लापरवाही के चलते ऑपरेशन के दौरान दम तोड़ दिया।

जानकारी के मुताबिक मैनपुरी के किशनी थाना क्षेत्र के ग्राम मानपुरा निवासी भूपेंद्र सिंह की पत्नी चांदनी जो 9 माह से गर्भवती थी।  पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई तो मैनपुरी शहर के जाने-माने  प्राइवेट अस्पताल आशा हॉस्पिटल में लेकर पहुंचा। जहां डिलीवरी के नाम पर उससे पहले तो नॉर्मल डिलीवरी के नाम पर12000 रुपए की बात की गई। उसके थोड़ी देर बाद में ऑपरेशन की बात करते हुए40000 रुपए और खून की भी मांग की गई।

युवक ने जानकारी देते हुए बताया कि पत्नी और बच्चे को बचाने के लिए पीड़ित भूपेंदर खून का इंतजाम करने के लिए चला गया। इसी बीच आशा अस्पताल की डॉक्टर ने पति से बिना पूछे  ही महिला का ऑपरेशन कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जब युकव मौके पर पहुंचा तो उसे उसकी पत्नी मृत अवस्था में ऑपरेशन थिएटर में ही पड़ी मिली। इस संबंध में जब पति ने नाराज़गी जताई तो चिकित्सकों ने अस्पताल के मेन गेट पर ताला डालकर पीड़ित पति को बंधक बना लिया।

युवक ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने हाथ पैर तोड़ कर पत्नी के शव को बाहर फेंक मारने का धमकी  है। उन्होंने कहा कि धमकी दे कर जबरन हस्ताक्षर करवा लिया गया है। घटना की सूचना स्थानीय पुलिस कोतवाली को दी गई।  सूचना पर पहुंची पुलिस ने उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। शव को कब्जे में लेकर मौत का सही कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस आरोपी डॉक्टर एवं अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। तलाश शरू कर दी है। 

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Ramkesh