आस्था या अंधविश्वास: माता कटा सिर जोड़ देंगी, ये सोचकर युवक ने काट ली अपनी गर्दन

punjabkesari.in Monday, Mar 05, 2018 - 01:26 PM (IST)

चित्रकूटः आज के दौर में अंधविश्वास, तंत्र-मंत्र, चमत्कार जैसी चीजों पर भरोसा करना एक हद तक अपनी अज्ञानता को बढ़ावा देना है। लेकिन फिर भी कई लोग अंधविश्वास के इस काले घेरे में घिरते जा रहे हैं। ताजा मामला चित्रकूट जिले का है। जहां अंधश्रद्धा में अंधे हुए एक युवक ने चौसठ देवी मंदिर में चाकू से अपनी गर्दन काट दी। युवक की मौके पर ही मौत हो गई।

जानिए पूरा मामला 
सूत्रों के मुताबिक मंदिर में गर्दन काटने वाला युवक राजू (28) दरसेड़ा गांव का रहने वाला है। रविवार सुबह 9 बजे वह देवी पूजा की बात कहकर घर से निकला था। वहीं दोपहर करीब 11 बजे उसको लोगों ने मंदिर में पूजा करते हुए देखा था। उसने गर्दन कब काटी, किसी ने नहीं देखा। वहीं 12 बजे कुछ महिलाएं मंदिर में पूजा-अर्चना को पहुंचीं तो राजू को बेदम चौसठ देवी के चरणों में पड़ा देखा। मंदिर में खून ही खून फैला था। इसकी जानकारी महिलाओं ने मंदिर परिसर को दी।

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
साथ ही लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है। वहीं मृतक के पड़ोसियों का कहना है कि मृतक राजू अक्सर देवी देवताओं की बाते किया करता था। साथ ही बताया कि चौसठ देवी मंदिर में उसकी  आस्था इस कदर थी कि उसे विशवास था कि माता उसका कटा सिर वापस जोड़ देंगी।

क्या कहती है पुलिस 
इस मामले में एएसपी बलवंत सिंह चौधरी ने बताया कि मामला बलि का है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।