भाई के लिए मंच पर अवतरित हुए मुलायम सिंह

punjabkesari.in Sunday, Feb 12, 2017 - 12:03 PM (IST)

लखनऊ:सपा में आंतरिक कलह के बाद एक सन्नाटा जरूर दिखाई दे रहा है लेकिन यह शांति किसी तूफान के आने का संकेत भी हो सकता है। एक तरफ अखिलेश यादव जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं, तो दूसरी ओर मुलायम सिंह यादव बार-बार अपनी बातों से पलट कर नई मुश्किलें पैदा कर रहे हैं।

शिवपाल के लिए चुनाव प्रचार करने को मंच पर आए मुलायम
इस बार मुलायम अपने भाई शिवपाल यादव के लिए चुनाव प्रचार करने को मंच पर आए और यू.पी. चुनाव के प्रचार की शुरूआत की। हालांकि, अपने भाई के लिए चुनाव प्रचार करते समय मुलायम सिंह ने बेटे का नाम नहीं लिया, जिसे या तो रणनीति मानी जा सकती है या फिर अखिलेश के प्रति उनके दिल में अभी भी कोई कसर बाकी हो सकती है। चुनावी रैली के दौरान सपा के पूर्व प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने न केवल अखिलेश की उपेक्षा की बल्कि उन्होंने सपा सरकार की उपलब्धियों को भी नहीं गिनाया और न ही कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात की। एक तरह से उन्होंने अपनी खुद की पहचान के आधार पर लोगों से वोट मांगे।

प्रदेश का यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण-मुलायम
मुलायम ने रैली के दौरान कहा कि प्रदेश का यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। खासतौर से उनके और शिवपाल सिंह के लिए। मौजूदा विधानसभा चुनाव में पहली बार किसी जनसभा को सम्बोधित कर रहे सपा संरक्षक ने कहा कि विशेष परिस्थितियों में शिवपाल सिंह को विजयी बना  देना। समाजवादी पार्टी के बारे में जो भूमिका लिखी गई है, उस पर नहीं जाना। उन्होंने कहा कि नौजवान लोग ही सपा की असली ताकत हैं और सबसे ज्यादा नौजवान सपा के साथ हैं, इसलिए हमारी पार्टी कभी बूढ़ी नहीं हो सकती।

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