B'day विशेष: किंग से लेकर किंग मेकर तक की भूमिका अदा कर चुके हैं मुलायम

punjabkesari.in Thursday, Nov 22, 2018 - 11:31 AM (IST)

यूपी डेस्क: ‘धरती पुत्र’ उपनाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव का आज जन्मदिन है। मुलायम सिंह समाजवादी पार्टी के एक एेसे भारतीय राजनेता हैं, जो उत्तर प्रदेश के 3 बार मुख्यमंत्री व केंद्र सरकार में एक बार रक्षा मंत्री रह चुके हैं। समाजवादी पार्टी आज बेशक आंतरिक कलह से जूझ रही है, लेकिन एक दौर में राजनीति में मुलायम सिंह का सिक्का पुजता था। वो किंग से लेकर किंग मेकर तक की भूमिका अदा कर चुके हैं। आज की राजनीति में जमीनी स्तर का उनसे बड़ा सपा नेता कोई नहीं है।

भले ही उनका परिवार पहले राजनीति से न जुड़ा हो, लेकिन आज उनके परिवार के कण-कण में राजनीति बसती है। देश में उनके परिवार से बड़ा राजनीतिक परिवार शायद ही हो। भाई, भतीजा, बेटा और बहू हर कोई ब्लॉक और पंचायत स्तर से लेकर संसद तक प्रतिनिधित्व कर रहा है। आज मुलायम जहां खड़े हैं बेशक वो पायदान राजनीति में काफी ऊंचा है, लेकिन उनकी उड़ान जमीन से शुरू हुई थी जो काफी विस्तारित दिखाई देती है। डालिए, उनके निजी से राजनीति जीवन पर एक नजर।

मास्टरी से मुख्यमंत्री तक
22 नवंबर, 1939 को मुलायम सिंह एक साधारण परिवार में जन्म हुआ। उन्होंने अपने शैक्षणिक जीवन में B.A, B.T और राजनीति शास्त्र में M.A की डिग्री हासिल की। उनकी पूरी पढ़ाई केके कॉलेज इटावा, एक.के कॉलेज शिकोहाबाद और बीआर कॉलेज आगरा यूनिवर्सिटी से पूरी हुई। मालती देवी से शादी के बाद साल 1973 में मुलायम के घर उनके इकलौते बेटे अखिलेश यादव ने जन्म लिया। इस समय तक वो राजनीति की दुनिया में अपने कदम जोरदार तरीके से जमा चुके थे। राजनीति में कूदने के लिए उन्हें प्रेरित करने वाली शख्सियत का नाम राम मनोहर लोहिया था।

साल दर साल राजनीतिक सफर:-
1960: मुलायम सिंह राजनीति में उतरे
1967: पहली बार विधानसभा चुनाव जीते, MLA बने
1974: प्रतिनिहित विधायक समिति के सदस्य बने
1975: इमरजेंसी में जेल जाने वाले विपक्षी नेताओं में शामिल
1977: उत्तर प्रदेश में पहली बार मंत्री बने, कॉ-ऑपरेटिव और पशुपालन विभाग संभाला
1980: उत्तर प्रदेश में लोकदल का अध्यक्ष पद संभाला
1985-87: उत्तर प्रदेश में जनता दल का अध्यक्ष पद संभाला
1989: पहली बार UP के मुख्यमंत्री बनकर कमान संभाली
1992: समाजवादी पार्टी की स्थापना कर, विपक्ष के नेता बने
1993-95: दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री पद पर काबिज़ रहे
1996: मैनपुरी से 11वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए. केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री का पद संभाला
1998-99: 12वीं और 13वीं लोकसभा के लिए फिर सांसद चुने गए
1999-2000: पेट्रोलियम और नेचुरल गैस कमेटी के चेयरमैन का पद संभाला
2003-07: तीसरी बार यूपी का मुख्यमंत्री पद संभाला
2004: चौथी बार 14वीं लोकसभा में सांसद चुनकर गए
2007: यूपी में बसपा से करारी हार का सामना करना पड़ा
2009: 15वीं लोकसभा के लिए पांचवीं चुने
2009: स्टैंडिंग कमेटी ऑन एनर्जी के चेयरमैन बने
2014: उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ से सांसद बने
2014: स्टैंडिंग कमेटी ऑन लेबर के सदस्य बने
2015: जनरल पर्पस कमेटी के सदस्य बने

Deepika Rajput