मुलायम की प्रतिष्ठा का सवाल बनीं जसवन्तनगर और लखनऊ छावनी सीटें

punjabkesari.in Thursday, Feb 16, 2017 - 08:57 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने भले ही खुद को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी के व्यापक प्रचार से अलग कर लिया हो लेकिन लखनऊ छावनी और जसवन्तनगर सीट के चुनाव में उनकी प्रतिष्ठा दांव पर है। अपने सियासी जीवन में अनेक राजनीतिक संकट और विकट स्थितियों का सामना करने वाले 77 वर्षीय मुलायम ने इस बार खुद को चुनाव प्रचार से अलग रखा है।

चुनाव के पहले और दूसरे चरण में वह सपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने के लिए एक बार भी नहीं निकले, लेकिन तीसरे चरण में उन्होंने इटावा की जसवन्तनगर सीट से सपा प्रत्याशी अपने छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव और लखनऊ छावनी सीट से पार्टी उम्मीदवार अपनी छोटी बहू अपर्णा के पक्ष में प्रचार किया।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा खुद को सपा अध्यक्ष के पद पर आसीन किए जाने के बाद पार्टी में बदले समीकरण के बीच मुलायम ने जसवन्तनगर और लखनऊ छावनी सीट पर मतदाताआें से कहा कि वह इन सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों को जिता दें, क्योंकि यह उनकी इज्जत का सवाल है। समाजवादी पार्टी में वर्चस्व को लेकर चले संघर्ष में लगभग अलग-थलग पड़े मुलायम ने इस चुनाव में अब तक कुल तीन रैलियां की है, जिनमें से दो जसवंतनगर से चुनाव लड रहे छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव के लिए थीं।

अपनी छोटी बहू अपर्णा के लिए चुनाव प्रचार करते हुए मुलायम ने कहा कि यह चुनाव राजनीति में उनके सम्मान से जुड़ा है और अपर्णा को समर्थन के लिए वह इस क्षेत्र के लोगों के प्रति आभारी रहेंगे। उन्होंने अपर्णा के लिए वोट मांगते हुए वादा किया कि पार्टी सत्ता में आए अथवा नहीं वह अपने वादे पूरे करेंगी। यदि पार्टी की सरकार बनती है तो जाहिर है कि अधिक काम किये जा सकेंगे और बेहतर तरीके से किए जा सकेंगे।