निकाय चुनावः ताकत दिखाने में जुटी सपा-बसपा और भाजपा, कांग्रेस तैयारियों में बहुत पीछे

punjabkesari.in Monday, Mar 20, 2023 - 07:05 PM (IST)

लखनऊ: निकाय चुनाव की के तैयारियों में दोबारा जुटी भाजपा ने और सपा ने तो मतदाता सूची में । नए मतदाताओं के नाम जुड़वाने के 5 काम पर फोकस किया है। सपा ने उम्मीदवारों के पैनल बनाने के भी निर्देश दिए हैं। वहीं, बसपा ने तो सक्रियता दिखाई है। लेकिन कांग्रेस अभी निकाय चुनाव पर ध्यान नहीं दे रही है। इसके साथ ही अपना दल (एस) निषाद पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ऐसे छोटे दल भी चुनाव के लिए कमर कस रहे हैं।



भाजपा ने सभी 17 निगमों पर मेयर बनाने का निर्धारित किया लक्ष्य
पिछले दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने क्षेत्रीय अध्यक्षों और जिला अध्यक्षों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर कार्यकर्ताओं को मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में जुटाने के निर्देश दिए। वैसे तो दिसम्बर माह में चुनाव टलने से पहले भाजपा ने निकाय चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली थीं। ऐसे में पार्टी इस मार्च महीने से लेकर चुनाव की अधिसूचना जारी होने तक मतदाता सूची में अधिक से अधिक 18 साल से ऊपर के युवाओं और छूटे हुए मतदाताओं के नाम जुड़वाने के काम में लगेगी। पिछले दिनों मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की बैठक में भी मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में पार्टी कार्यकर्ताओं को जुटाने पर सहमति बनी। साल 2017 में हुए निकाय चुनाव में भाजपा 14 नगर निगमों पर काबिज हुई थी। भाजपा ने इस बार सभी 17 निगमों पर अपना मेयर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

कोई भाजपा के साथ तो कोई अकेले
उधर, अपना दल (एस) निषाद पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ऐसे छोटे दल भी निकाय चुनाव के लिए तैयारी कर रहे हैं। जहां अपना दल (एस) और निषाद पार्टी भाजपा के साथ चुनाव लड़ने के मूड में है तो वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अकेले ही निकाय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।

अपनी ताकत दिखाने में जुटी सपा
समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले निकाय चुनाव में अपनी ताकत दिखाने की कवायद में जुट गई है। पार्टी ने अपने जिलाध्यक्षों और विधायकों को उम्मीदवारों का पैनल तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के तहत जिले में पदाधिकारियों और विधायकों की बैठकें भी हो रही हैं। पार्टी की नजर अब पिछड़ों के आरक्षण को लेकर उच्चतम न्यायालय के आदेशों पर है। पार्टी उसी के आधार पर अपनी रणनीति तय करेगी।



कांग्रेस तैयारियों में अभी बहुत पीछे
निकाय चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस अभी बहुत पीछे चल रही है। आरक्षण विवाद में चुनाव टल गए। इस पर तैयारियों के लिए उसके पास समय था, लेकिन उसने इस समय का फायदा नहीं उठाया। इसकी प्रमुख वजह यह है कि कांग्रेस का जमीनी स्तर पर संगठनात्मक ढांचा ही नहीं तैयार हो पाया है। प्रदेश कार्यकारिणी व दो दर्जन जिलों में कमेटी न गठित हो पाने के कारण कार्यकर्ता भी हताश और निराश हैं।



बसपा को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का इंतजार
बसपा ने निकाय चुनाव को लेकर अपने उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर लिया है। अब सुप्रीम कोर्ट से आए आरक्षण फार्मूले के बाद ही उसकी तैयारियों में तेजी आएगी। पार्टी जल्द मुख्य सेक्टर प्रभारियों को निर्देश जारी करेगी। बसपा निकाय चुनाव जोरदार ढंग से लड़ना चाहती है। इसकी वजह यह है कि 2017 में हुए निकाय चुनाव में बसपा ने मेयर की दो सीटें जीती थीं। इस बार वह और अधिक सीटें जीतने के मूड में है।

Content Writer

Ajay kumar