मुस्लिम पक्षकारों ने ट्रस्ट को लिखा पत्र, पूछा- क्या मंदिर का निर्माण कब्रगाह पर हो सकता है?

punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2020 - 10:58 AM (IST)

अयोध्याः राम मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट निर्माण के फैसले के बाद एक तरफ मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है तो वहीं दूसरी तरफ मंदिर निर्माण को लेकर आए दिन अजीबो गरीब प्रश्न सामने आ रहे हैं। ऐसे में अयोध्या में स्थानीय निवासी हाजी मोहम्मद सहित 9 लोगों ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को पत्र लिखकर प्रश्न किया है कि क्या मंदिर का निर्माण कब्रगाह पर हो सकता है।

बता दें कि मुस्लिम पक्षकारों के वकील की ओर से ट्रस्ट को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने 67 एकड़ जमीन एक्ट के तहत ली थी जो अब ट्रस्ट को दे दी गई है, उसमें 4/5 एकड़ में कब्रगाह भी है। उन्होंने अनुरोध किया कि इस बात पर विचार करें कि क्या मंदिर का निर्माण कब्रगाह पर हो सकता है? उन्होंने कहा कि आज भले वहां कब्र न दिखाई दे, लेकिन वो कब्रगाह है। 1949 से 1992 तक उस जगह का दूसरी तरह से इस्तेमाल हो रहा था। पत्र में आगे लिखा कि केंद्र सरकार ने इस पर विचार नहीं किया, लेकिन ट्रस्ट के लोग सनातन धर्म के जानकार हैं, इसलिए इस पर विचार करें।

बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठन के ऐलान के बाद से ही हलचल तेज है। कई संगठन ट्रस्ट में प्रतिनिधित्व न मिलने को लेकर नाराज हैं, तो कई नेता ब्राह्मण और दलित सदस्यों का हवाला देते हुए पिछड़ों को भी सदस्य बनाने की मांग को लेकर। इन सबके बीच अब निर्मोही अखाड़ा ने भी ट्रस्ट के स्वरूप पर आपत्ति जताते हुए ट्रस्ट से रामलला की सेवा और पूजा का अधिकार अक्षुण्ण बनाए रखने की गारंटी मांगी है।

अखाड़े के प्रवक्ता कार्तिक चोपड़ा ने कहा था कि निर्मोही अखाड़े के वैष्णव बैरागी सदियों से रामलला की सेवा करते रहे हैं। इसके लिए वैष्णव बैरागियों ने मुगलों और अंग्रेजों से लड़ाइयां लड़ीं और शहादतें भी दीं। उन्होंने कहा कि निर्मोही अखाड़ा 19 फरवरी को होने वाली श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक में अपनी बात पुरजोर तरीके से रखेगा।

 

Ajay kumar