कैराना की कानून व्यवस्था फिल्मी स्टाइल में : हुकुम सिंह
punjabkesari.in Wednesday, Jun 22, 2016 - 11:16 AM (IST)

मुजफ्फरनगर: भाजपा सांसद ने कैराना प्रकरण के बारे में कहा कि कैराना की कानून व्यवस्था फिल्मी स्टाइल में चल रही है जिसमें अपराधी लोग रंगदारी मांगते हैं। दिन-दिहाड़े गोली मार कर दहशत फैलाते हैं और पुलिस प्रशासन अपाहिज बन कर देखता रहता है। इस दहशत के कारण सैंकड़ों लोग कस्बे से पलायन कर जाते हैं जिसे प्रदेश सरकार भाजपा का चुनावी फंडा बता कर बेशर्मी की हद पर गई है।
भाजपा सांसद बाबू हुकम सिंह ने वार्ता कर बताया कि कारोबारियों से रंगदारी मांगी जाती है। रंगदारी कम या न देने पर दिन-दिहाड़े गोली मार कर हत्या कर हथियारों का प्रदर्शन दहशत गालिब करने के लिए किया जाता है। पुलिस को शिकायत की जाती है तो वह अपाहिज की तरह चुप रह जाती है। आतंकित व्यापारी, कारोबारी मजबूर होकर पलायन कर जाता है।
सांसद ने कहा कि यह उन्होंने किसी फिल्म का सीन बयान नहीं किया है। यह हकीकत है कैराना, कांधला, गंगोह, चिलकाना व शामली के हालात की, जिसे सपा सरकार पलायन के रूप में तो स्वीकार कर रही है लेकिन कानून व्यवस्था समाप्त होने बात स्वीकार करने के बजाय भाजपा का चुनावी फंडा बता रही है। भाजपा सांसद ने कहा कि यह कार्य आज से नहीं चल रहा है, मुद्दत से चल रहा है और मैं जब विधायक था तब से ही यह बात उठाता आ रहा हूं। मगर प्रदेश सरकार इसे मानने के लिए राजी नहीं है।
सरकार ने फर्जी पत्रकार बनाकर पीड़ितों के बयान पुलिस के डर के साए में लिए जिसे वह इलैक्टोनिक मीडिया व प्रदेश के सामने रख रही है और कह रही है कि व्यापार के लिए पलायन हुआ है। इसका जीता जागता सबूत आज शामली में दवा कारोबारी की हत्या का प्रयास है। रंगदारी व दहशत का कारोबार अभी भी रुक नहीं रहा है और सपा सरकार की आंख देख कर भी नहीं देख पा रही है। हम चुनावी फंडा नहीं बना रहे हैं, जनता के सामने सबूतों के साथ हकीकत रख रहे हैं।
भाजपा सांसद बाबू हुकम सिंह ने वार्ता कर बताया कि कारोबारियों से रंगदारी मांगी जाती है। रंगदारी कम या न देने पर दिन-दिहाड़े गोली मार कर हत्या कर हथियारों का प्रदर्शन दहशत गालिब करने के लिए किया जाता है। पुलिस को शिकायत की जाती है तो वह अपाहिज की तरह चुप रह जाती है। आतंकित व्यापारी, कारोबारी मजबूर होकर पलायन कर जाता है।
सांसद ने कहा कि यह उन्होंने किसी फिल्म का सीन बयान नहीं किया है। यह हकीकत है कैराना, कांधला, गंगोह, चिलकाना व शामली के हालात की, जिसे सपा सरकार पलायन के रूप में तो स्वीकार कर रही है लेकिन कानून व्यवस्था समाप्त होने बात स्वीकार करने के बजाय भाजपा का चुनावी फंडा बता रही है। भाजपा सांसद ने कहा कि यह कार्य आज से नहीं चल रहा है, मुद्दत से चल रहा है और मैं जब विधायक था तब से ही यह बात उठाता आ रहा हूं। मगर प्रदेश सरकार इसे मानने के लिए राजी नहीं है।
सरकार ने फर्जी पत्रकार बनाकर पीड़ितों के बयान पुलिस के डर के साए में लिए जिसे वह इलैक्टोनिक मीडिया व प्रदेश के सामने रख रही है और कह रही है कि व्यापार के लिए पलायन हुआ है। इसका जीता जागता सबूत आज शामली में दवा कारोबारी की हत्या का प्रयास है। रंगदारी व दहशत का कारोबार अभी भी रुक नहीं रहा है और सपा सरकार की आंख देख कर भी नहीं देख पा रही है। हम चुनावी फंडा नहीं बना रहे हैं, जनता के सामने सबूतों के साथ हकीकत रख रहे हैं।