अलीगढ़ के नूरपुर मामले को लेकर मुस्लिमों पर भड़के नरेंद्र गिरी, बोलें- हरकतों से बाज नहीं आए तो साधु-संत सिखाएंगे सबक

punjabkesari.in Tuesday, Jun 01, 2021 - 04:54 PM (IST)

प्रयागराज:  साधु-संतो की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में धर्म विशेष लोगों के उत्पीड़न से हिंदुओं के पलायन पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार का दुस्साहस कृत्य करने वालों को भारी पड़ेगा। महंत गिरी ने बाघम्बरीगद्दी मठ में मंगलवार को कहा कि जहां पर धर्म विशेष के लोग बहुसंख्यक हो जाते हैं, वहां हिंदुओं का रहना मुश्किल हो जाता है।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि ‘‘ वे'' ऐसा न करें नहीं तो उन्हें ऐसा कृत्य करना भारी पड़ेगा। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि नूरपुर गांव के दलित परिवार भी हिंदुओं के ही अंग है अगर उनके साथ अन्याय और अत्याचार होगा तो संत समाज इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले की जांच कराकर ऐसा घृणित कार्य करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि नूरपुर गांव के हिंदू परिवारों को किसी तरह से डरने की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है। प्रदेश में योगी और केंद्र में मोदी के नेतृत्व वाली न्यायप्रिय सरकार है। किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।       

परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि धर्म विशेष के लोगों को इस प्रकार के आचरण करने से बचने की नसीहत दी। उन्होंनेे धर्म विशेष के धर्मगुरुओं से भी अपील की है कि उन्हें इस प्रकार घृणित कृत्य करने वालो को रोकना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इसके बाद भी वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं तो अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और साधु संत उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार हैं। उन्हे यह नहीं भूलना चाहिए कि हिंदू बहुसंख्यक है।       

खैर क्षेत्राधिकारी शिव प्रताव ने बताया कि 26 मई को बारात निकल रही थी। जिस गली से बारात आगे बढ़ रही थी वहां एक मस्जिद है। किसी बात को लेकर दूसरे समुदाय के लोगों से कहासुनी के बाद विवाद हो गया था। लोगों ने गाडी पर पत्थर फेंके जिससे गाड़ी के शीशे टूट गये थे। इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ नामजद और अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस लोगों की तलाश कर रही है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।       

गौरतलब है कि अलीगढ़ के गांव नूरपुर में जाटव समाज के लोग मकानों के बाहर. मकान बिकाऊ है, लिखवाकर पलायन को मजबूर हैं। विशेष समुदाय के लोग यहां शादी के दौरान बारात नहीं चढ़ने देते। 26 मई को दो लड़कियों की बारात गांव नूरपुर में आई थी। बारात चढ़ने लगी तो दूसरे समुदाय के लोगों से कहासुनी के बाद मारपीट शुरू हो गयी। यहां इस प्रकार का मामला होता है। इससे परेशान ग्रामीणों ने मकानों के बाहर. मकान बिकाऊ है, लिखवा दिया।

 

 

 

 

 


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Content Writer

Moulshree Tripathi

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