रिटायर्ड बैंक अफसर बोला, मैंने दिया था वित्त मंत्री को भीड़ कम करने का ये सुझाव

punjabkesari.in Saturday, Nov 19, 2016 - 09:58 AM (IST)

मेरठ: पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा के बाद बैंको में भीड़ लगनी शुरु हो गई है। बैंकों में नोट बदलने के लिए लगी भीड़ को कैसे कम किया जाए, इसका सुझाव वित्त मंत्री अरुण जेटली को मेरठ के एक व्‍यक्‍ति ने दिया था। ये दावा है रिटायर्ड बैंक अफसर अचलेश शर्मा का।

कैसे आया यह सुझाव?
जानकारी के अनुसार मेरठ गढ़ रोड स्थित बैंक कॉलोनी में रहने वाले अचलेश शर्मा बैंक में मैनेजर के पद से रिटायर्ड हुए हैं। अचलेश शर्मा मेडिकल कॉलेज के पास मौजूद एसबीआई की शाखा में बैंक मैनेजर थे। 9 साल पहले रिटायर्ड हुए अचलेश शर्मा ने बताय कि कैसे उनके दिमाग में यह सुझाव आया। अचलेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने बैंकों के बाहर नोट बदलने वालों की भीड़ देखी। बैंकों के बाहर लगी लाइन में ऐसे कई लोग देखे, जो बार-बार नोट बदलने आ रहे थे। इसके बाद उन्होंनें 14 नवंबर को वित्त मंत्री अरुण जेटली को नोट बदलने आने वाले लोगों की अंगुली पर स्याही लगाने का सुझाव देते हुए मेल किया।

क्या लिखा था वित्त मंत्री को भेजे मेल में?
माननीय जेटली जी,
500 और 1000 के नोटों को बंद करने के मोदी सरकार के निर्णय की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। इसलिए मैं इस अनंत प्रयास में न जाकर सीधे मुद्दे पर आना चाहता हूं। यह बताया जा रहा है कि पुराने 500 और 1000 रुपए के नोट बैंक काउंटर पर उन्‍हीं लोगों के बदले जाएंगे जिनका कहीं खाता नहीं है और जिनका खाता है उन्हें इन पुराने नोटों को खाते में जमा करके विद ड्रॉ करते हुए ही एक्सचेंज किया जा सकता है। लेकिन हमारे देश में लॉ से पहले फ्लो बनाने में लोग बड़े माहिर हैं। उपर्युक्त नियम को धता बताने के लिए उन लोगों ने अपने स्टाफ और मजदूरों को रोज लाइन में खड़ा करने का तरीका अपनाया है, जो उनके यहां काम करते हैं। बैंकों के बाहर लगी लंबी लाइनों में वही चेहरे रोजाना देखे जा सकते हैं। कालेधन पर भारी प्रहार करने के आपके इस बड़े कदम पर चोट करने के लिए की जा रही उनकी इस गलत हरकत की काट के लिए मेरा सुझाव है।

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