उत्तर प्रदेश में भारतबंद फ्लाप, कांग्रेस-सपा ने सड़कों पर दिखाया आक्रोश

punjabkesari.in Tuesday, Nov 29, 2016 - 07:58 AM (IST)

लखनऊ: केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ 6 वामपंथी दलों के भारतबंद का आह्वान उत्तर प्रदेश में बेअसर रहा। हालांकि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने जन आक्रोश दिवस मनाकर अपने गुस्से का भरपूर इजहार किया। लखनऊ, कानपुर, बलिया, मेरठ, बरेली, इलाहाबाद, वाराणसी और भदोही समेत सूबे के अधिसंख्य क्षेत्रों में बाजार और दुकानें पूरी तरह खुली रही और सडकों पर आवाजाही आमदिनों की तरह रही। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कहीं समर्थन तो कहीं विरोध के सुर सुनाई दिए, वहीं औद्योगिक नगरी कानपुर में व्यापारियों ने नेताओं की अपील को नजरअंदाज कर अपनी दुकाने खोली।

सपा-बसपा ने विरोध में केवल आक्रोश दिवस मनाया
लखनऊ में कांग्रेस ने मार्च निकाला। भदोही में कालीन कामगारो ने खुद को बंद से दूर रखा। सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी(सपा) कार्यकर्त्ताओं ने इलाहाबाद में थोड़ी देर ट्रेन रोककर और मोदी का पुतला फूंक कर नोटबन्दी के फैसले की मुखालफत की। लखनऊ में बाजार आमतौर पर खुले रहे। हजरतगंज, अमीनाबाद और चौक इलाके में छिटपुट दुकानें बन्द दिखीं लेकिन ज्यादातर व्यापारिक प्रतिष्ठान रोज की तरह समय पर खुले। कांग्रेस, सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने बंद से अपने को अलग रखा और विरोध में केवल आक्रोश दिवस मनाया। कांग्रेस ने नोटबंदी के फैसले के खिलाफ लखनऊ के जीपीओ से शहीद स्मारक तक मार्च निकाला। मार्च में शामिल लोगों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

जनता ने नोटबंदी के फैसले पर लगाई मुहर
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल के अनुसार नोटबंदी की वजह से जनता को हो रही दिक्कतों को देखते हुए कांग्रेस को निर्णय के विरोध में उतरना पड़ा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया है कि नोटबंदी के फैसले को लेकर विपक्षी दलों के  भारत बन्द के आह्वान को हवा में उड़ाकर जनता ने खुद जवाब दे दिया। भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने कहा कि भारत बन्द को जनता ने नकार कर नोटबंदी के फैसले पर अपनी मुहर लगा दी है। अब विपक्षी दलों को जनता की नब्ज को समझते हुए नोटबंदी का विरोध बन्द कर देना चाहिए।

मोदी के संसदीय क्षेत्र में खुली रहे बाजार व दुकानें
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नोटबंदी समर्थक एवं विरोधी रैलियों के बीच यहां के तमाम बाजार खुले रहे एवं दुकानों में सामान्य दिनों की तरह खरीद-बिक्री हुई। कांग्रेस ने मोदी सरकार पर बिना समुचित इंतजाम के नोट बंद करने एवं उससे आम जनता को हो रही परेशानी को दूर करने में केंद्र की विफलता के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। विधायक अजय राय के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्त्ता मिंट हाउस से कचहरी इलाके में डॉ. भीम राव अंबेडकर प्रतिमा तक आक्रोश रैली निकाली। इस वजह से शहर में यातायात व्यवस्था काफी देर के लिए ठप हो गई और बड़ी संख्या में लोगों को आने-जाने की परेशानियों का सामना करना पड़ा।

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