Naresh Tikait की सरकार को दो टूक- '10 फरवरी तक गन्ना बकाया का भुगतान ना हुआ तो 11 फरवरी को कर लूंगा आत्महत्या'

punjabkesari.in Thursday, Jan 19, 2023 - 02:56 PM (IST)

मुजफ्फरनगर(अमित कल्याण): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद में स्थित बजाज शुगर मिल (Sugar Mill) के गेट पर भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के बैनर तले पिछले सप्ताह भर से गन्ने के भुगतान को लेकर किसानों (farmer) का धरना चल रहा था। इस धरने पर बुधवार को किसानों द्वारा एक महापंचायत (Mahapanchayat) का आयोजन किया गया था, जिसमें किसानों (Farmer) को संबोधित करने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) ने मंच से किसानों को संबोधित करते हुए किसानों के गन्ना भुगतान (Sugarcane Payment) का चीनी मिल को 10 फरवरी तक का समय दिया है और चेतावनी दी है कि अगर समय पर यह गन्ना भुगतान (Sugarcane Payment) नहीं हुआ तो 11 फरवरी को वह मिल के गेट पर आत्महत्या (Suicide) कर लेंगे।

10 फरवरी तक गन्ना बकाया का भुगतान ना हुआ तो 11 फरवरी को आत्महत्या कर लूंगा: नरेश टिकैत
जानकारी के मुताबिक, यहां के किसानों का कहना है कि बुढ़ाना तहसील क्षेत्र में स्थित बजाज शुगर मिल पर क्षेत्रीय किसानों के गन्ने का लगभग 300 करोड़ रुपए बकाया है। जिसको लेकर 12 जनवरी से मिल के गेट पर भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किसानों का यहां धरना चल रहा था। धरने के दौरान किसानों ने सैकड़ों आवारा पशुओं को भी मिल गेट पर बांध दिया था। गन्ना भुगतान को लेकर इस धरने पर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले एक महापंचायत का भी आयोजन किसानों द्वारा किया गया था, जिसमें किसानों को संबोधित करने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने दो टूक में मिल प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर 10 फरवरी तक पिछले साल का गन्ना भुगतान किसानों का नहीं किया गया तो वह इस मिल के गेट पर आत्महत्या कर लेंगे।

आत्महत्या के सवाल पर मीडिया से बोले नरेश टिकैत- 10 तारीख तो होने दो
आपको बता दें कि मीडिया ने जब नरेश टिकैत से आत्महत्या का सवाल किया तो उन्होंने साफ-साफ शब्दों में कह दिया कि 10 तारीख तो होने दो। दुनिया इतनी बढ़िया है ऐसे ही क्या हम फांसी खा लेंगे औरों को भी दे देंगें फांसी। यहां मरकर पीछा छुड़ा लेंगे ऐसा नहीं है। फांसी वाली बात तो तुम छोड़ो पेमेंट की बात है, किसानों का 90 हजार का पेमेंट हो जाएगा, जो किसानों की सबसे बड़ी समस्या है। वहीं पंचायत में पहुंचे किसानों की मानें तो लाखों रुपए इस मिल पर पिछले साल का उनके गन्ने का बकाया है और इस साल के पेमेंट का तो अभी कोई मतलब ही नहीं है। इन किसानों का कहना है कि अब हालात यह है कि घर चलाना भी मुश्किल हो चला है।

पूरा प्रयास होगा कि जो समझौता हुआ है वह पूरा हो: गन्ना अधिकारी
मुजफ्फरनगर के गन्ना अधिकारी आर डी द्विवेदी ने बताया कि किसानों की महापंचायत हुई। गन्ना भुगतान को लेकर पिछले पराई सत्र का चीनी मिल पर 79 करोड़ रुपये बकाया है, जिसमें यह समझौता हुआ है कि ₹200000000 रुपए सोमवार तक और बाकी जो बच रहा है वह 10 फरवरी तक दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है यह उनकी पीड़ा हो सकती है लेकिन,पूरा प्रयास होगा कि जो समझौता हुआ है वह पूरा हो। कोशिश यही होगी कि समय पर भुगतान हो।

Content Editor

Anil Kapoor