BSP से निकाले गए नसीमुद्दीन सिद्दीकी, आज करेंगे मायावती के काले कारनामों पर बड़ा खुलासा

punjabkesari.in Thursday, May 11, 2017 - 08:40 AM (IST)

लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उनके बेटे अफजल को ‘भ्रष्टाचार’ तथा ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में संलिप्तता के आरोप में पार्टी से बाहर निकाल दिया। निष्कासन के बाद नसीमुद्दीन ने खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि वे आज प्रेस के माध्यम से ‘मायावती एण्ड कंपनी’ के आरोपों का जवाब देंगे।

नसीमुद्दीन ने अपने खिलाफ हुई कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन पर लगे आरोप झूठे और निराधार हैं। आरोप लगाने वाले लोग खुद इन्हीं इल्जामात से घिरे हैं, वह ‘मायावती एण्ड कंपनी’ पर इस बात को प्रमाणों के साथ साबित कर सकते हैं। पिछले कई चुनावों में बसपा की हार के बाद उन्हें मानसिक रूप से ‘टार्चर’ किया गया। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उनका निष्कासन बसपा के लिए दी गई तमाम कुर्बानियों का प्रतिफल है। इन बलिदानों में वर्ष 1996 में मायावती को चुनाव में नुक्सान ना होने देने के लिए अपनी बेटी के अंतिम संस्कार में शामिल ना होने की कुर्बानी भी शामिल है।

गलत नीतियों के कारण हुई पार्टी की करारी हार
बसपा का मुस्लिम चेहरा कहे जाने वाले नसीमुद्दीन ने आरोप लगाया कि वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव, 2012 के विधानसभा चुनाव और हाल में हुए विधानसभा चुनाव में जब मायावती की गलत नीतियों के कारण पार्टी की करारी हार हुई तो उन्होंने मुसलमानों पर झूठे आरोप लगाये और अपशब्द कहे। मायावती, उनके भाई आनन्द कुमार और पार्टी महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने अवैध रूप से, मानवता से परे अनेक मांगेें कीं, जिन्हें पूरा करने के लिये उन्हें प्रताडि़त किया गया।