Navratri 2022: CM योगी ने पांव पखार किया कन्या पूजन, प्रभु श्रीराम के बाल रूप को पालने में झुलाया

punjabkesari.in Monday, Apr 11, 2022 - 09:50 AM (IST)

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को नवरात्र की नवमी तिथि पर कन्या पूजन के बाद प्रदेशवासियों को वासंतिक नवरात्र व श्रीरामनवमी की शुभकामनाएं दी। कन्या पूजन के उपरांत मुख्यमंत्री ने प्रभु श्रीराम के बाल रूप को पालने में झुलाया। गोरखनाथ मंदिर के ओपन एयर थिएटर में प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव का समारोह सोहर गीतों के बीच आयोजित किया गया था। योगी ने झूले पर विराजमान प्रभु के बाल रूप की विधि विधान से पूजा की। श्रद्धा भाव से उन्हें पालने में झुलाया और उनसे लोक कल्याण की मंगलकामना की।  
     

प्रभु श्रीराम जन्मोत्सव समारोह से वापस लौटते वक्त सीएम योगी की नजर मंदिर परिसर में कुछ बच्चों पर पड़ गई। चिर परिचित बाल प्रेम दिखाते हुए वह उन बच्चों के पास रुक गए। बच्चों से ठिठोली करते हुए उन्होंने पूछा, मंदिर के भोजन प्रसाद में सबसे अधिक पूड़ी किसने खाई। एक एक बच्चे के यह कहते ही कि मैंने सबसे अधिक पूड़ी खाई, मुख्यमंत्री खिलखिला कर हंस पड़े। उन्होंने सभी बच्चों के माथे पर हाथ फेरकर उन्हें दुलारा और आशीर्वाद प्रदान किया।           
   

जौनपुर में रामनवमी शोभायात्रा समिति युवा बजरंग दल द्वारा रामनवमी एवं नूतन वर्ष के पावन पर्व पर रामलला की भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। भंडारी पुलिस चौकी के पास स्थित श्रीराम जानकी मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्गों- सुत्तहट्टी बाजार, सब्जी मंडी, कोतवाली चौराहा, चहारसू चौराहा, शाही पुल से होते हुए अपने समापन स्थल कजगांव पड़ाव ओलंदगंज में पहुंची जहां आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ शोभायात्रा का समापन हो गया। शोभायात्रा में हाथी, घोड़ा, ऊंट, डीजे, ढोल, ताशा, ध्वज पताकाओं से सुसज्जित रथ आकर्षण का प्रमुख केंद्र था। नगरवासियों ने अपने आराध्य देव की जयकार के साथ पुष्पवर्षा करके आगवानी की। इस बार की शोभायात्रा में विशेष आकर्षण शिव तांडव की प्रस्तुति थी। पालकी में विराजमान भगवान श्रीराम की भव्य सजावट युक्त रथ की चहुओर प्रशंसा हो रही थी।       


कुशीनगर में राम नवमी का पर्व रविवार को धूमधाम से मनाया गया. जिले के सभी शक्तिपीठों व देवी मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। देवी मां का दर्शन का श्रद्धालुओं ने मन्नते मांगी तथा पूजा-अर्चना की। घर से लगायत देवी मंदिरों में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भक्तों ने हवन व पूजन किया। नौ दिन तक व्रत रखने वाले व्रत धारियों एवं और मंदिरों में दुर्गा सप्तशती का अनुष्ठान करने वाले भक्तों ने हवन के बाद कन्याओं का पूजन कर भोजन दान किया और परिवार और समाज के कल्याण के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया। रामनवमी को सुबह प्रत्येक गांव के काली मंदिर एवं देवी मंदिरों में महिलाओं ने कढ़ाई चढा कर मन्नतें मांगी।

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Mamta Yadav