डिफेंस कॉरिडोर विकास के लिए नौसेना और UPEIDA में सहमति, ‘सेण्टर आफ एक्सिलेंस'' से मिलेगा सहयोग

punjabkesari.in Friday, Aug 14, 2020 - 10:11 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के डिफेंस कॉरिडोर के विकास में बेहतर समन्वय के लिये भारतीय नौसेना और उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वेज़ औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने बृहस्पतिवार को एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस एमओयू पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इसके जरिये नौसेना उत्तर प्रदेश के डिफेंस कॉरिडोर में स्थापित होने वाले ‘सेण्टर आफ एक्सिलेंस' के सहयोग से अपनी समस्याओं का समाधान तलाश सकेगी।

यूपीडा की ओर से एमओयू पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने हस्ताक्षर किये। इस मौके पर ‘नेवल इनोवेशन एण्ड इण्डिजिनाइजेशन आर्गेनाइजेशन' की शुरुआत भी हुई। साथ ही नौसेना द्वारा रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी, गुजरात, मेकर विलेज कोच्चि तथा एसआईडीएम नयी दिल्ली के साथ भी एमओयू किया गया। कार्यक्रम में डिजिटल माध्यम से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेवल इनोवेशन एण्ड इण्डिजिनाइजेशन आर्गेनाइजेशन की स्थापना से भारतीय सेना में नवाचार तथा स्वदेशीकरण को बढ़ावा मिलेगा तथा शैक्षिक समुदाय एवं उद्योग के बीच बेहतर समन्वय बनेगा।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के अन्तर्गत अलीगढ़, कानपुर, झांसी तथा चित्रकूट जनपदों में 1289 हेक्टेयर से भी अधिक भूमि का अधिग्रहण किया गया है। अलीगढ़ में निवेशकों को आबंटित पूरी जमीन दे दी गयी है। यूपीडा द्वारा आईआईटी, बीएचयू एवं कानपुर के सहयोग से ‘सेण्टर आफ एक्सिलेंस' की स्थापना की जा रही है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आपदा को अवसर में बदलकर देश को आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री के सपने को मूर्त रूप देने में नवाचार और स्वदेशीकरण की बड़ी भूमिका है। भारतीय सेना में स्वदेशीकरण लगातार बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए सम्मिलित प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। 


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Author

Moulshree Tripathi

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