नदियों को बचाने निकले नवाजुद्दीन सिद्दीकी: अभिनेता ने बताया- ''स्विमिंग की वजह से फिल्म में मिला था मौका''

punjabkesari.in Monday, Jul 05, 2021 - 09:24 PM (IST)

मेरठ: नदियों की बिगड़ती दशा को सुधारने और उनके कायाकल्प के लिए अब सरकार और आम लोगों के साथ-साथ फिल्मी सितारे भी आगे बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी क्रम में आज एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी मेरठ पहुंचे और काली नदी के कायाकल्प में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए नजर आए। इस दौरान एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने नदी किनारे पेड़ लगाए और वहां मौजूद लोगों से नदियों के कायाकल्प में मदद करने का आह्वान भी किया। इस दौरान लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। 

दरअसल, मेरठ के रसूलपुर औरंगाबाद क्षेत्र में काली नदी सेवा के नाम से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें शिरकत करने के लिए फिल्मी एक्टर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी भी पहुंचे। वहां पहुंचकर एक्टर नें वृक्षारोपण किया और उसके बाद लोगों से मुखातिब होते हुए नदियों को लेकर अपनी मंशा भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि नदियों से उनका बहुत अनूठा जुड़ाव है क्योंकि जिस जगह से वो ताल्लुक रखते हैं वहां भी नदियां निकलती हैं जिनकी हालात बुरी है और उसको सुधारने के लिए वो प्रयास करते रहते हैं। 

वहीं जिलाधिकारी मेरठ ने कार्यक्रम में पहुंचे एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी का स्वागत किया। साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि काली नदी के कायाकल्प के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और जल्दी ये नदी पुराने समय जितनी स्वच्छ और निर्मल हो जाएगी। साथ ही जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि नदी में मिलने वाले नालों और फैक्ट्रियों के दूषित जल को रोकने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं जिसके तहत निगरानी कमेटी भी बनाई जा रही है। वहीं उन्होंने कहा कि जल्दी काली नदी के कायाकल्प के एसटीपी प्लांट भी लगाया जाएगा। जिससे कि नदी में बहने वाले पानी को साफ किया जा सकेगा।

इस दौरान बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने बचपन का किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि बचपन के दिनों में नदियों से कैसे लाभ मिलता था। साथ ही उन्होंने बताया कि नदियों में स्विमिंग करने के कारण ही उन्हें मुंबई में काम मिला था। उन्होंने बताया कि जब वे अपने शहर से मुंबई गए थे तो उन्हें काम नहीं मिल रहा था। लेकिन एक फिल्‍म की कास्टिंग के दौरान उनसे पूछा गया था कि क्या उन्हें स्‍वीमिंग आती है? उनके हां में जवाब देने पर उन्हें कास्ट किया गया था।

Content Writer

Umakant yadav