लापरवाहीः अस्पताल में जिंदा मरीज को बताया मृत फिर अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया कोरोना संक्रमित का शव

punjabkesari.in Tuesday, May 26, 2020 - 04:49 PM (IST)

बस्तीः उत्तर प्रदेश के में खतरनाक कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से अपना पां पसारता जा रहा है। ऐसे में वायरस के नियंत्रण में लगे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी तरह की लापरवाही न होने का निर्देश दिए हैं। वहीं जिला बस्ती के ओपेक अस्पताल कैली से लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। जहां भर्ती संतकबीरनगर के एक युवक को जीते जी मृत बताकर किसी अन्‍य के शव को दाह संस्‍कार के लिए भेज दिया गया। युवक के पिता को जब सच्चाई मालूम हुई तो वह सन्न रह गए। शव उनके बेटे का नहीं था।

इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह  ने बताया कि महुली थाना क्षेत्र के मथुरापुर गांव निवासी 25 वर्षीय युवक बस्ती कैली में कमरा नंबर 229 में बेड नंबर 5 पर भर्ती है और जीवित है। जिस शव को कैली अस्‍पताल से भेज दिया गया वो धर्मसिंहवा इलाके के महादेवा नानकार के 47 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव का है। गलती से महुली थाना क्षेत्र में भेज दिया गया। कोरोना पॉजिटिव भी कैली अस्पताल में ही भर्ती था। महुली थाना के जिस युवक की मौत की सूचना दी गई थी वह जीवित है। एहतियात के तौर पर पिता नकछेद व भाई को 21 दिन के लिए क्वारन्टीन कर दिया गया है।

बता दें कि धर्मसिंहवा के महादेवा नानकार के रहने वाले पाजिटिव 47 वर्षीय शख्स की मौत कैली में हुई थी। फोन से गलत सूचना दिए जाने से गलतफहमी हुई। अस्पताल ने बताया कि धर्मसिंहवा थाना क्षेत्र के महादेवा नानकार निवासी एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह मुम्बई से आया था। गलती से उसे महुली थाना क्षेत्र के ग्राम मथुरापुर का बताकर शव एम्बुलेंस से भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार के लिए एसआई राम अछैबर व पारसनाथ सिंह की निगरानी में शव बिड़हरघाट भेज दिया गया। जब उसके पिता ने अंतिम दर्शन के लिए चेन खोला गया तो शव बुजुर्ग का दिखा। बाद में शव को वापस भेजा गया।

 

 

Author

Moulshree Tripathi