लापरवाही! अस्पताल में इलाज के दौरान प्रसूता महिला ने तोड़ा दम, परिजनों ने काटा हंगामा, डाक्टरों पर रिश्वत लेने का लगा आरोप

punjabkesari.in Sunday, Dec 18, 2022 - 04:10 PM (IST)

महोबा (अमित श्रोतीय): जिले के महिला जिला अस्पताल में लापरवाही के चलते इलाज के दौरान प्रसूता महिला की मौत हो गई। जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और फिर सड़क पर शव रखकर रोड जाम कर दिया। साथ ही पीड़ित परिवार ने डॉक्टरों पर डिलीवरी कराने के एवज में 7 हजार रुपए रिश्वत लेने का भी गंभीर आरोप लगाया है। वहीं, हंगामा की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम सहित कोतवाली पुलिस ने परिवार को लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।

जानें क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक कबरई थाना क्षेत्र के गंज गांव के निवासी मनोज अपनी 20 वर्षीय पत्नी वंदना के प्रसव पीड़ा होने पर 16 दिसंबर की रात जिला महिला अस्पताल लेकर पहुंचा था। जहां डॉक्टरों ने डिलीवरी कराने के लिए ऑपरेशन करने की बात कही और इसके एवज में 7 हजार रुपए मांगे पेशे से मजदूरी करने वाले मनोज ने 7 हजार रुपए मौजूदा डॉक्टर स्टाफ को दिए। इसके बाद डाक्टर ने डिलीवरी की। वहीं, नवजात बच्ची के जन्म कुछ समय बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। जिसके बाद डॉक्टर ने बच्ची का इलाज करने के लिए और पैसों की मांग की और फिर बच्ची को भर्ती किया।

अस्पताल के डॉक्टर इलाज करने से पहले मांगते है रिश्वत
वहीं, बीती रात अचानक प्रसूता महिला वंदना की हालत बिगड़ने लगी तो पति ने मौजूद स्टाफ और डॉक्टर से इलाज करने की मिन्नतें करता रहा, लेकिन अतिरिक्त पैसों की मांग होने पर वह परेशान हो गया। उसके बाद भी मौजूद स्टाफ और डॉक्टर ने लापरवाही बरती और उसका सही इलाज नहीं किया, जिससे महिला की हालत और बिगड़ने लगी और सुबह अचानक उसकी मौत हो गई। हद तो तब हुई जब अस्पताल स्टाफ ने महिला के मरने के बाद भी मामले को दबाने की नियत से उसे रेफर करने की कोशिश की। जिससे परिवार आक्रोशित हो गया और अस्पताल के अंदर ही हंगामा करने लगा।

परिजनों ने काटा हंगामा
परिजनों का आरोप है रिश्वत के बिना अस्पताल में कोई काम नहीं हुआ। ऑपरेशन के एवज में 7 हजार रुपए के अलावा उसने 12 हजार रुपए अस्पताल में खर्च किए फिर भी उसके मरीज की मौत हो गई। जिला महिला अस्पताल में बरती गई लापरवाही से आक्रोशित परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और जमकर हंगामा किया। सड़क पर लगे जमा को एसडीएम सदर जितेन्द्र कुमार ने बमुश्किल खुलवाया। वहीं, मृतिका का पति रो-रो कर मामले में जांच कार्रवाई की मांग कर रहा है।

'अस्पताल में रिश्वत के बिना नहीं होता कोई काम'
साथ ही एक अन्य तीमारदार रघुवीर बताया है कि जिला महिला अस्पताल में रिश्वत के बिना कोई काम नहीं होता। वह भी रात में अपनी पत्नी की डिलीवरी कराने आया था जिसके लिए उससे भी 3 हजार रूपए तैनात डॉक्टर और स्टाफ ने लिए है। इस मामले में जानकारी देते हुए एसडीएम सदर जितेन्द्र कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शव का मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराकर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ जांच की जायेगी। 

Content Editor

Harman Kaur