ज्ञानवापी मामले में आया नया मोड़; बौद्ध धर्म गुरु ने बताया मठ, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर

punjabkesari.in Friday, Aug 04, 2023 - 12:52 PM (IST)

Gyanvapi Case: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। ऑल इंडिया बुद्धिस्ट संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते सुमित रतन नेबौद्ध ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। जिसमें उन्होंने ज्ञानवापी को मस्जिद और मंदिर से अलग मठ बताया है। उन्होंने दावा किया कि ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे होने पर उसमें बौद्ध मठ के अवशेष मिलेंगे, क्योंकि देश में बौद्ध मठों को तोड़कर मंदिरों का निर्माण किया गया है।



बता दें कि ज्ञानवापी परिसर के एएसआई (ASI) सर्वे को लेकर कल इलाहाबाद हाई कोर्ट मुस्लिम पक्ष की याचिका पर फैसला सुनाया और सर्वे को जारी रखने के निर्देश दे दिए। जिसके बाद आज सर्वे टीम वहां पहुंची और सुबह 7 बजे से सर्वे शुरू किया। सर्वे के चलते सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इसी बीच अब एक बौद्ध धर्म गुरु ने याचिका दायर कर ज्ञानवापी को मस्जिद और मंदिर से अलग मठ बताया। याचिका में कहा गया है कि देश में बौद्ध मठों को तोड़कर मंदिरों का निर्माण किया गया है। ज्ञानवापी में पाए गए त्रिशूल और स्वास्तिक के चिन्ह बौद्ध धर्म के हैं। उन्होंने बौद्ध मठों को मूल स्वरूप में लाए जाने की मांग की।



सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका करेंगे दाखिलः भंते सुमित
ऑल इंडिया बुद्धिस्ट संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते सुमित रतन ने याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म सबसे पुराना है। इस्लाम 1500 साल पहले आया और हिंदू धर्म 1200 साल का है। देश में आपसी फूट की शुरू हुई परंपरा सही नहीं है। बौद्ध मठों का भी सर्वेक्षण कर बौद्ध समाज को वापस कर देना चाहिए। वहीं, बद्रीनाथ, केदारनाथ और मथुरा के मंदिर पर बौद्ध मठ होने का दावा ठोकने के लिए उन्होंने कहा कि 'वो अलग से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे।'

Content Editor

Pooja Gill