UP में बनेंगे नए महिला एवं बाल आश्रयगृह और वाराणसी में थीम पार्क, CM योगी ने लिया निर्णय

punjabkesari.in Friday, Apr 22, 2022 - 08:31 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में निराश्रित संवासियों की सुविधाओं में इजाफा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में नए बालगृहों को बनाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार सरकार ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश में नये महिला आश्रय स्थल और बालगृहों की स्थापना करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके फलस्वरूप अब विभाग नये बालगृहों और शरणालयों को बनाने का काम तेजी से पूरा कर सकेगा।       

महिला एवं बाल विभाग के डिप्टी डायरेक्टर बृजेन्द्र सिंह निरंजन ने बताया कि इस प्रस्ताव के तहत वाराणसी में दो नए बालगृह और एक थीम पाकर् का निर्माण किया जाएगा। विभाग ने दो साल में 50-50 बच्चे और बच्चियों को रखने की क्षमता वाले दो राजकीय बालगृह का निर्माण कर इनका लोकार्पण करने लक्ष्य तय किया है। इसके साथ ही वाराणसी में छह माह के भीतर 4.96 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले एक थीम पाकर् का भी लोकार्पण किया जाएगा। सौ लोगों की क्षमता वाले इस थीम पाकर् से बच्चों एवं वृद्धों को एक ही परिसर में आवासित होने से पारिवारिक वातावरण उपलब्ध होगा।        

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने विभिन्न जनपदों में तिरस्कृत, आश्रयहीन, बेसहारा बच्चों और महिलाओं के लिए सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा संचालित बालगृहों व महिला शरणालयों की संख्या में इजाफा करने की पहल की है। राज्य में आने वाले दो सालों में आश्रयहीन लोगों की सुविधाओं को बढ़ाते हुए विभिन्न जिलों में भवनों के निर्माण व लोकार्पण का काम किया जायेगा। जिसके तहत आगरा में 50 बच्चों की क्षमता वाले राजकीय बालगृह, रायबरेली में 100 लोगों की क्षमता वाले राजकीय संप्रेक्षण गृह, एवं कानपुर, मिर्जापुर और चित्रकूट में 100 किशोरों के रहने की क्षमता वाले एक एक राजकीय संप्रेक्षण गृह बनाये जायेंगे।

इसके साथ ही दो वर्षों के भीतर अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ व अमेठी में एकीकृत आश्रय सदनों का शिल्यान्यास किया जायेगा। निरंजन ने बताया कि प्रदेश के मौजूदा बालगृहों में क्षमता से अधिक संवासियों के आश्रय की समस्या होती थी। अब नये बालगृहों का निर्माण होने के बाद इस समस्या का निवारण हो सकेगा।


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Content Writer

Mamta Yadav

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