अखिलेश यादवों के नेता बनते हैं, वह बताएं कि उन्होंने पूर्वांचल में कितने यादवों को टिकट दिया: निरहुआ

punjabkesari.in Sunday, Apr 07, 2019 - 01:14 PM (IST)

लखनऊ: निरहुआ ने बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बहन जी दलितों की राजनीति करती हैं, मगर 38 में से एक भी सीट पर दलित को टिकट नहीं दिया। अखिलेश यादवों के नेता बनते हैं। वह बताएं कि उन्होंने पूर्वांचल में कितने यादवों को टिकट दिया है?‘‘ उन्होंने कहा कि भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसमें लोकतंत्र बाकी है। इसके साधारण कार्यकर्ता में भी अगर क्षमता है तो वह देश का प्रधानमंत्री बन सकता है। 

निरहुआ ने आजमगढ़ से बाहरी प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने पर चिंता जाहिर करते हुए अखिलेश यादव औऱ मुलायम सिंह पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज कसा। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ में लोग चुनाव जीतने के लिए आते हैं और जीतकर निकल जाते हैं। ऐसे थोड़े ही चलेगा। हम पूर्वांचल के हैं। हम लोगों का सपना है कि हमारा आजमगढ़ भी बने-संवरे ताकि दुनिया देखे। अब जो लोग खाली जीतने आते हैं, उन्हें तो भगाना ही पड़ेगा। निरहुआ ने कहा कि हम मानते हैं कि अगर आपके पास समय नहीं है तो आप आजमगढ़ के ही रहने वाले किसी व्यक्ति को अपनी पार्टी से टिकट दें। क्या यहां काबिल लोगों की कमी है?

उन्होंने कहा कि यह सच है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश‘भैया’ने जनवरी 2017 में मुझे यश भारती पुरस्कार दिया, लेकिन राजनीति तो विचारों की लड़ाई है। इसमें यह देखना होगा कि जनता का भला किसमें है।  निरहुआ’का कहना है कि उन्होंने हमेशा मुश्किल डगर ही चुनी है और विचारों की इस जंग में जीत उनकी ही होगी।  दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को वर्ष 2003 में आये अलबम‘निरहुआ सटल रहे’से लोकप्रियता मिली थी और इसने बिक्री के तमाम रिकॉर्ड तोड़ डाले थे। उनकी फिल्म‘निरहुआ रिक्शावाला’ऐसी पहली भोजपुरी फिल्म थी जो विदेश में भी रिलीज हुई।  निरहुआ आजमगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं।

Ruby