BSP की बढ़ी मुश्किलें, राज्‍यसभा चुनाव में निषाद पार्टी के विधायक ने BJP को वोट देने का किया ऐलान

punjabkesari.in Monday, Mar 19, 2018 - 02:21 PM (IST)

भदोहीः उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 2 सीटों पर हुए उपचुनाव में बसपा ने सपा को समर्थन किया। वहीं गोरखपुर लोकसभा सीट के लिए बसपा से मिले समर्थन के बाद सपा प्रत्‍याशी व निषाद पार्टी के नेता प्रवीण निषाद भले ही चुनाव जीत गए हो, लेकिन राज्‍यसभा के चुनाव में बसपा प्रत्‍याशी को निषाद पार्टी का समर्थन नहीं मिल रहा है।

विजय मिश्रा ने वोट भाजपा को देने का किया ऐलान
सूत्रों के मुताबिक निषाद पार्टी के इकलौते ज्ञानपुर से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा ने अपना वोट बसपा प्रत्‍याशी को न देकर भाजपा को देने का ऐलान किया है। विजय मिश्रा निषाद पार्टी के राष्‍ट्रीय महासचिव भी हैं। ऐसे में बसपा प्रत्‍याशी की जीत के गणित को झटका लगता दिख रहा है। ज्ञानपुर विधानसभा में विकास कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम में उन्‍होंने भाजपा को वोट देने का ऐलान किया।

विजय मिश्रा तीन बार बन चुके हैं विधायक
दरअसल, मुलायम सिंह और शिवपाल यादव के करीबी रहे विजय मिश्रा ज्ञानपुर से लगातार तीन बार सपा से विधायक चुने गए और पिछले चुनाव में अखिलेश यादव ने उनका टिकट काट दिया था जिसके बाद वो निषाद पार्टी से चुनाव लड़ कर चौथी बार लगातार विधायक चुने गए। उसी समय से विजय मिश्रा अखिलेश यादव के विरोध का कोई भी मौका नहीं छोड़ते। हाल ही में गोरखपुर के लोकसभा चुनाव में सपा और निषाद पार्टी का गठबंधन विजय मिश्रा को रास नहीं आ रहा है। जिसके बाद उन्‍होंने राज्‍यसभा की चुनाव में बसपा उम्‍मीदवार को वो न देने का फैसला लिया है। विजय मिश्रा का कहना है कि वह राष्‍ट्रहित और देश हित के लिए भाजपा को वोट देंगे।

बसपा का बिगड़ा गणित
बता दें कि राज्‍यसभा में बसपा उम्‍मीदवार को जीत के लिए 37 वोट चाहिए। जिसमें से बसपा के पास 19 वोट हैं सपा के बचेे 10 वोटों के साथ कांग्रेस के 7 वोट बसपा को मिलते हैं। तब भी उसे एक वोट की आवश्‍यकता होगी। वहीं नरेश अग्रवाल के भाजपा में जाने के बाद उनके पुत्र नितिन अग्रवाल के साथ शिवपाल यादव खेमें में क्रास वोटिंग की आशंका जताई जा रही है। वहीं सपा की सहयोगी पार्टी बनी निषाद पार्टी का एक वोट भाजपा में जातेे हुए देख बसपा उम्‍मीदवार की राह मुश्किल होती दिखाई दे रही है।  

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