दुनिया में कही भी भारत जैसी नदियों की दुर्दशा देखने को नहीं मिलती: अखिलेश

punjabkesari.in Saturday, Jul 14, 2018 - 09:37 AM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देश की नदियों में बढ़ते प्रदूषण और नौजवानों में बढ़ती कुंठा पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं भी भारत जैसी नदियों की दुर्दशा देखने को नहीं मिलती है। यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से नदियों में बढ़ते प्रदूषण और नौजवानों में बढ़ती कुंठा पर कहा कि समाजवादी सरकार ने गोमती और वरूणा की सफाई के लिए कई कदम उठाए थे। गोमती रिवर फ्रंट का आकर्षण बढ़ गया था। वर्तमान में भाजपा सरकार में गंगा सफाई के नाम पर अच्छा खासा बजट तो दिया जा रहा है लेकिन जमींनी तौर पर कुछ खास कार्य नहीं हो रहा है। सिर्फ जनता को बहकाया जा रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की नदियों और तालाबों में जलकुम्भी का ही बोलबाला है। प्रदूषित नदियों का जल आचमन लायक भी नहीं रहा है। दुनिया के किसी देश में नदियों की ऐसी दुर्दशा देखने को नहीं मिलती। जबकि भारत में तो नदियों को पूजा तक जाता है। मानव सभ्यता के विकास में नदियों की सदियों से महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेकिन भाजपा सरकारों की संवेदन शून्यता का ही नतीजा है कि नदियां मर रही हैं।

यादव ने कहा कि जहां तक नौजवानों का सवाल है उनके सामने कोई भविष्य नहीं है। शिक्षा मंहगी है और रोजगार के साधन सिकुड़ते जा रहे हैं। व्यापारिक एवं औद्योगिक संस्थानों में छंटनी हो रही है। पूंजीनिवेश के नाम पर सिर्फ हवाई बातें हो रही है। महिलाएं और बच्चियां असुरक्षित हैं। किसान, गरीब, व्यापारी सब परेशान है। मंहगाई से लोग त्रस्त हैं। भाजपा धोखे पर धोखा दे रही है।

उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर तो गंभीरता से सोचना होगा कि भारत का सपना तोड़ने का दोषी कौन है। चारों तरफ अंधकार है। इसमें समाजवादी विचारधारा ही रास्ता दिखा सकती है। उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरेशी ने अखिलेश से मुलाकात कर राजनीतिक हालात पर चर्चा की। वहीं राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रमुख समाज सेवी डॉ. मदन यादव एवं वंदना यादव के साथ समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव उमा प्रताप सिंह तथा छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वीराज गाली ने भेंटकर वहां होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी की स्थिति की जानकारी दी।

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