बिटिया के हौसले को सलाम: ऑनलाइन क्लास के लिए फोन नहीं, उफनती नदी में नाव लेकर स्कूल जाती है संध्या

punjabkesari.in Tuesday, Sep 07, 2021 - 05:35 PM (IST)

गोरखपुर: कहते हैं कि किसी भी काम को करने की बस लगन होनी चाहिए, रास्ते तो खुद व खुद बनते जाते हैं। इस कहावत को गोरखपुर की संध्या साहनी ने सच साबित कर दिखाया है। गोरखपुर की 15 वर्षीय बेटी के हौसले और जज्बे को देखकर हर कोई हैरान है। बाढ़ के कहर के बीच संध्या ने पढ़ने-लिखने के जुनून को इस कदर साबित किया कि अब प्रशासन से लेकर नेता, जनप्रतिनिधि तक उसे सम्मानित करने पहुंच रहे हैं।


सोनू सूद ने भी की बच्ची के हौसले की तारीफ
दरअसल, हाल ही में उफनाती राप्‍ती नदी में नाव लेकर स्‍कूल जा रही बच्ची की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हुई थी। बच्ची की पढ़ने की लगन और हौसले को देखकर सोशल मीडिया में उसकी खूब तारीफ हुई। यहां तक कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी खुद को बच्ची की तारीफ करने से नहीं रोक पाए। यहा तक कि कोरोना काल में लोगों के लिए मसीहा बने सोनू सूद ने भी बच्ची के हौसले की तारीफ की।


बिटिया के पास नहीं है ऑनलाइन क्लास के लिए फोन
बता दें कि गीडा थाना अंतर्गत पड़ने वाला बहरामपुर इलाका इन दिनों बाढ़ की चपेट में आ गया है। इन सबके बीच यहां रहने वाली 11वीं की छात्रा संध्या कठिन दौर में भी पढ़ाई जारी रखने के लिए खुद नाव चलाकर स्कूल जाती है। संध्या का स्कूल पिछले एक साल से कोरोना की वजह से बंद था। पिछले महीने जब सरकार के आदेश पर स्कूल-कॉलेज खुले तो बाढ़ की वजह से गांव में पानी भर गया। लेकिन स्कूल जाने और पढ़ने के जुनून के कारण उसने अपने लिए रास्ता बना ही लिया। एक तरफ जहां गांव के दूसरे बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया वहीं कुछ बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई करने लगे। लेकिन गरीबी और लाचारी की मार झेल रही बिटिया के पास ऑनलाइन क्लास के लिए फोन भी नहीं है। ऐसे में संध्या भला क्यों पीछे रहत।


राहुल गांधी ने फोन कर जाना हाल
संध्या घर में बैठने के बजाय उफनाती राप्‍ती नदीं में नाव लेकर स्कूल जाने के लिए निकल पड़ी। उनका कहना है कि उन्होंने नाव चलाना 6 साल पहले सीख लिया था, लेकिन वो अब इसका इस्तेमाल कर रही हैं। संध्या रेलवे में नौकरी करना चाहती हैं। वह कहती है कि उसका घर 15 दिन से पानी में डूबा है। परिजनों समेत वह छत पर किसी तरह रह रहे हैं। वहीं संध्या के इस हौसले को देखते हुए राहुल गांधी ने फोन कर उसके घर आने तक का वादा कर दिया जिसे लेकर वह काफी खुश है। वो कहती है कि राहुल गांधी यहां आएं और देखें कि वो किस हाल में रह रही हैं।


संध्या के हौसले की ये तस्वीर सिस्टम के हर दावों की पोल खोलने के साथ ही प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों पर भी सवाल उठा रही है। बाढ़ के बीच नाव से अकेले स्कूल जाने वाली बिटिया कई जिंदगियों के लिए प्रेरणा बन चुकी है।

Content Writer

Umakant yadav