नहीं थम रहा अधिवक्ताओं पर जानलेवा हमले करने का सिलसिला, आरोपी घूम रहे खुलेआम

punjabkesari.in Saturday, Jun 02, 2018 - 01:02 PM (IST)

आजमगढ़ः उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से अधिवक्ताओं पर जानलेवा हमले करने का सिलसिला जारी है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस प्रशासन अपनी नींद से जग नहीं रहा। ताजा मामला आजमगढ़ का है। यहां के अधिवक्ता अतुल कुमार राय को भी बीते दिन गांव के दबंगों द्वारा मारा-पीटा गया। पीड़ित अधिवक्ता के साथियों ने आरोपी पर कार्रवाई करने के लिए हड़ताल भी की, मगर पुलिस प्रशासन आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही। उल्टा आरोपी खुलेआम घूम रहा है, इतना ही नहीं 4 दिन पूर्व नगर में आए बीजेपी के पूर्वांचल गोरखपुर क्षेत्रीय महामंत्री पंकज सिंह को माला पहनाकर उसने स्वागत भी किया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। 

जानकारी के मुताबिक मामला जिले के बिलरियागंज थाना के तेंदुआ गांव का है। आरोप है कि अधिवक्ता अतुल कुमार राय को बीते 27 अप्रैल 2018 को गांव के ही रहने वाले दबंगों द्वारा मारपीट कर घायल दिया गया था। मामले में दीवानी बार, सेन्ट्रल बार व डिस्ट्रिक्ट बार के अधिवक्ता हड़ताल कर न्यायिक कार्य से विरत रहे थे। अधिवक्ताओं ने एक सप्ताह के भीतर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने की मांग की। 18 मई को दीवानी बार के अध्यक्ष के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल गांव पहुंचकर मौका मुआयना कर रहा था कि इसी बीच आरोप है कि दबंगों अभिषेक राय उर्फ बंटी राय, अनिरूद्ध राय, सुबास राय व संदीप राय  ने अतुल कुमार राय उनके भाई पर फिर जानलेवा हमला करते हुए मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
      
अधिवक्ता प्रतिनिधिमण्डल ने बिलरियागंज थाने पर पहुंचकर इस मामले में दबंगों के विरूद्ध धारा 394, 307, 323, 504, 506, IPC व 7 क्रिमिनल एक्ट में मुकदमा दर्ज तो करा दिया, लेकिन अभी तक पुलिस ने अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं किया। जिसके चलते अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। वहीं पुलिस ने पीड़ित वकील पर भी क्रॉस मुकदमा दर्ज करा दिया। एसपी से मिल कर बार एसोसिएशन मामले में कार्रवाई को लेकर दबाव बढ़ा दिया है। वहीं पुलिस मामले में दोनों पक्षों के बैठकर सुलझाने की आस लगाई है।

उधर, पूर्वांचल गोरखपुर क्षेत्रीय महामंत्री पंकज सिंह को माला पहनाकर आरोपी द्वारा स्वागत करने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने से लोगों का मानना है कि राजनीतिक दबाव की वजह से उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। 

Ruby