यूपी में पुलिस भी नहीं महफूज, चोरों ने डिप्टी SP के घर डाला डाका

punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2019 - 03:24 PM (IST)

बांदाः बांदा में आम जनता की सुरक्षा का दावा करने वाली पुलिस को चोरों ने अपना शिकार बना लिया। यहां एक डिप्टी एसपी के आवास का चोरों ने दिनदहाड़े ताला तोड़कर लाखों के समान पर हाथ साफ कर दिया। वहीं देर रात तक पुलिस अपनी फजीहत बचाने के लिए मीडिया से मुंह चुराती नजर आती रही। घटना के कई घंटे बाद भी पुलिस यह नहीं बता पा रही कि आखिर कितना माल पार हुआ है और क्या-क्या गया है।

जानिए क्या है मामला?
जिले के अतर्रा तहसील में तैनात सीओ राजीव प्रताप के आवास में अज्ञात चोर दोपहर के समय ताला तोड़ कर घुस गए। सीओ राजीव प्रताप उस समय तहसील दिवस में मौजूद थे। पड़ोसियों ने फोन पर चोरी की जानकारी दी तो पूरे पुलिस महकमे में खलबली मच गई। आनन फानन में आस-पास के थानों की पुलिस बुला ली गई। लंबे समय तक पुलिस अपनी फजीहत बचाने के लिए गुपचुप तरीके से चोरों की तलाश करती रही। जांच के नाम पर देर रात तक मीडिया से मुंह चुराती रही।

चोरों से अपना घर नहीं बचा पाई पुलिस
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) लाल भरत कुमार पाल ने बताया कि मंगलवार दोपहर सीओ राजीव प्रताप सिंह तहसील समाधान दिवस में व्यस्त थे और उनकी पत्नी जिले से बाहर गई हुई थीं। अतर्रा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बने उनके सरकारी अस्पताल में बाहर से ताला बंद था। अज्ञात चोरों ने आवास से नकदी और सोने-चांदी के जेवरात चुरा लिए।

10 से 15 लाख की चोरी की आशंका
पुलिस 12 घंटे बीत जाने के बाद भी यह नहीं बता पा रही कि कितने की चोरी हुई है। या जानबूझकर बताना नहीं चाह रही है। फिर भी दबी जुबान में महकमे के लोग 10 से 15 लाख की चोरी की बात कर रहे हैं। मालूम हो कि, अस्पताल के इसी भवन में जमीनी तल पर सिविल जज और उसके ऊपर प्रथम तल में सीओ को सरकारी आवास आवंटित है। उसके ठीक बगल में अस्पताल है, जहां दिन-रात चहल-पहल बनी रहती है।

खाना बनाने वाली महिला से पूछताछ
अभी चोरी की गई नकदी और जेवरातों का वास्तविक आकलन नहीं हो पाया है, मगर करीब 15 लाख रुपये चोरी होने का अनुमान है। अतर्रा थाना पुलिस ने बताया कि सीओ के सरकारी आवास में सफाई करने वाले व्यक्ति और खाना बनाने वाली महिला से पूछताछ की गई है, लेकिन अभी तक चोरों का पता नहीं चल सका है।

उठता है ये सवाल
देखने वाली बात यह है कि इस शर्मनाक वारदात को बांदा पुलिस कब तक खोल पाती है। फिलहाल तो पूरे प्रकरण में आला अधिकारी खुद भी नजर बनाए हुए हैं। पर बड़ा सवाल यह है कि दूसरों की सुरक्षा का दावा करने वाली पुलिस अपना ही घर नहीं बचा पाई है।
 

Tamanna Bhardwaj