बैंक की लाइन में लगे किसान की मौत, पुलिसवाले बोले- थाने तक बाप की लाश को ढोकर लाओ!

punjabkesari.in Friday, Dec 16, 2016 - 01:20 PM (IST)

महोबा: नोटबंदी के बीच बैंक की लाइन में लगे एक बुजुर्ग किसान की मृत्यु से आहत उसके पुत्रों को पुलिस के भी संवेदनहीन रवैय्ये का सामना करना पड़ा। पिता के शव को थाने ले जाने के लिए उन्हे बैलगाड़ी में जोते जाने के लिए मजबूर किया गया।

लाईन में लम्बे समय तक खड़े रहने से किसान की मौत
मामला उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड के महोबा जिले का है। पनवाड़ी कस्बे में इलाहाबाद बैंक की शाखा से अपने रुपए निकालने गए सरक पूरा निवासी किसान बालादीन (68)  लाइन में खडे थे। बीमारी से ग्रस्त किसान लम्बे समय तक लाईन में खड़े रहने से अचानक गिर गया और उसकी मौके पर मृत्यु हो गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बुजुर्ग के परिजनों को सूचना दी। ग्रामीणों का आरोप है कि किसान के शव को थाने तक ले जाने के लिए पुलिसकर्मियों ने किसी अन्य साधन की व्यवस्था न कर उसके पुत्रों राम दयाल और दीनदयाल को बैलगाड़ी में जुतने को मजबूर किया। दोनों भाई पिता के शव को बैलगाड़ी से खींच कर ले थाने ले गए।

मामले के सोशल मीडिया में आते ही जिला प्रशासन में मचा हड़कम्प
मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही पुलिस और जिला प्रशासन में हडकंप मच गया। कुलपहाड़ सर्किल के पुलिस उपाधीक्षक नन्द लाल ने यहां बताया कि किसान पुत्रों ने पुलिस को दिए बयानों में घटना के लिए बैंक कर्मियों को जिम्मेदार ठहराया है। मृतक को इलाज के लिए पैसे की अत्याधिक आवश्यकता थी। वह पिछले तीन दिनों से रोज बैंक जा रहा था। कल कैश काउंटर तक पहुंच जाने पर किसान बालादीन ने अपनी जरूरत के मुताबिक 14 हजार रुपए की निकासी का फार्म भरकर दिया था, लेकिन उसे केवल छह हजार रुपए ही थमाए गए। बैंक शाखा प्रबंधक भारत भूषण ने इस सम्बन्ध में कहा कि कैश कम होने के कारण सभी ग्राहकों को कटौती करके पैसा दिया जा रहा है।

दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी
लाल ने बताया कि प्रकरण में उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जांच शुरू करा दी गई है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उधर, पुलिसकर्मियों की संवेदनहीनता पर भड़के सामाजिक संगठन सड़क पर आ गए हैं। गुलाबी गैंग की कमांडर संपत पाल ने मामले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुत्रों को अपने पिता के शव को बैलगाड़ी में रखकर खींचने को पुलिस द्वारा मजबूर किया जाना बेहद गंभीर मामला है। पाल ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

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