नोटबंदी से परेशान शख्स ने की आत्महत्या, 3 दिनों से नहीं निकाल पा रहा था पैसा

punjabkesari.in Friday, Nov 18, 2016 - 08:33 PM (IST)

इलाहाबाद(सैयद आकिब रजा): नोटबंदी के बाद एटीएम की कतारों में लगे लोगों की हिम्मत टूटने लगी है। इलाहाबाद में पिछले 3 दिनों से लाईन में लगने के बावजूद जब युवक को पैसा नहीं मिला तो उसका धैर्य जवाब दे गया। युवक ने घर पहुंचकर फांसी लगाकर जान दे दी। 

मृतक के परिजनों के मुताबिक मतीन नाम का यह शख्स अपने 12 वीं पढऩे वाले बेटे की फीस के पैसे के लिए कई दिनों से एटीएम की कतार में खड़ा था लेकिन भीड़ अधिक होने की वजह से उसके कैश निकालने के पहले ही एटीएम से पैसा खत्म हो जा रहा था। आखिरकार मतीन जिन्दगी से हार गया और घर आकर उसने पैसों की जगह मौत को गले लगा लिया। मौत के बाद मतीन के घर में मातम मचा हुआ है।  

इलाहाबाद के करेली इलाके के इस मकान में आज उस समय घर वालों की चीख निकल गई जब परिजनों ने परिवार के मुखिया मतीन अंसारी की लाश उनके कमरे में पंखे में लटकती देखी। परिजनों ने मतीन की खुदकुशी के पीछे जो वजह बतायी उसके बाद मतीन के घर में पहुंचने वालों का तांता लग गया। परिजनों के मुताबिक मतीन को अपने बड़े बेटे की फीस के लिए पैसे की दरकार थी। अपना ई-रिक्शा किनारे खड़ा कर मतीन पिछले तीन दिनों से एटीएम की लाईन में लग रहे थे। मतीन के एटीएम के पास तक पहुंचते ही मशीन से कैश खत्म हो जाता था।  इसी डिप्रेशन में आकर आज उन्होंने अपने कमरे में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला खुद ही खत्म कर ली। 

प्रधानमंत्री के फैसले के बाद नोट न मिल पाने से परेशान मतीन ने खुदकुशी कर ली। अब सवाल ये खड़ा हो रहा है कि इस मौत का आखिर जिम्मेदार कौन है? 

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