अब होम्योपैथिक डॉक्टर भी कर सकेंगे कोविड मरीज का इलाज, आयुष मंत्रालय ने दी अनुमति

punjabkesari.in Wednesday, May 26, 2021 - 07:45 PM (IST)

झांसीः आयुष मंत्रालय ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए होम्योपैथिक चिकित्सकों को भी अब इन मरीजों का इलाज करने की अनुमति दे दी है। यहां जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को दी गयी जानकारी में बताया गया कि आयुष मंत्रालय ने होम्योपैथिक चिकित्सकों को भी कोविड मरीजों को देखने की अनुमति दे दी है। मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक, इन चिकित्सकों को लक्षणविहीन और शुरुआती लक्षण वाले कोविड मरीजों को देखना है। आगे की स्टेज वाले मरीजों को उच्चस्तरीय अस्पतालों में रेफर कर देना होगा।

मंत्रालय के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि जो मरीज होम आईसोलेशन में रहकर इलाज कर रहे हैं, उन्हें होम्योपैथिक चिकित्सक देख सकते हैं। उन्हें मरीजों को कोरोना का पूरा प्रोटोकॉल फॉलो कराना होगा जैसे दो गज़ की दूरी लागू कराना, मास्क पहनवाना, हाथ लगातार धुलवाने की सलाह देना। गाइडलाइन में कहा गया है कि लक्षणविहीन कोरोना पाजिटिव मरीजों को होम्योपैथिक डॉक्टरों को आरसेनिकम एलबम 30 सी की चार गोली दिन में दो बार सात दिन तक देना होगा।

इसी प्रकार हल्के लक्षण वाले मरीजों को एकोनिटम नेपोलस, आरसेनिकम एलबम, बेलाडोना, बरयोनिया एलबा, इयूपाटोरियम परफोलियटम, फेरम फास्फोरिकम, गलसेमियम, फास्फोरस, रस टाक्सिकोडेंड्रम दवाएं चलेंगी। दवा की खुराक डाक्टर मरीज की हालत को देखकर तय करेगा। इसके अलावा किसी कोरोना संक्रमित मरीज के संपकर् में आने वाले लक्षणविहीन व्यक्ति को आरसेनिकम एलबम 30 सी की चार गोली दिन में एक बार सात दिन तक देना होगा।

गाइडलाइन के मुताबिक होम्योपैथिक डाक्टर को मरीज के लक्षणों पर लगातार नज़र रखनी होगी। मरीज़ का बुखार और आक्सीजन स्तर को दिन में दो बार जांचना होगा। उसे घर से निकलने और घर में भी सामाजिक दूरी बनाने की हिदायत देनी होगी। इसके साथ ही खान-पान के लिए भी दिशानिर्देश देने होंगे जैसे गर्म पानी में हल्दी-नमक डालकर गरारा करने, खाना ताज़ा और आसानी से हज़म हो जाने वाला खाएं तथा प्रोसेस्ड खाने को नज़रअंदाज़ करें वसा, तेल, चीनी और नमक के अत्यधिक सेवन से परहेज़ करें। 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj