अनोखी पहलः अब गरीबों की भूख को मिटाने के लिए खुल गया है 'अनाज बैंक'

punjabkesari.in Sunday, Jan 07, 2018 - 06:24 PM (IST)

जालौनः गरीबों के घर का चुल्हा ठंड़ा न पड़ सके इसके लिए जिले के समाजसेवी और विशाल भारत संस्थान ने बड़ी पहल की है। उन्होंने एक अनाज बैंक की स्थापना की है। जहां गरीब लोगों को मुफ्त में अनाज वितरित किया जा रहा है। विश्व के पहले अनाज बैंक से सैकड़ों लोग जुड़ रहे हैं। लोग बैंक में बकायदा अपना खाता खुलवाकर इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं। बैंक में प्रत्येक माह के पहले एवं तीसरे रविवार को 5-5 किलो अनाज का वितरण किया जाता है। 

अनाज बैंक से लोगों को पहुंच रहा फायदा 
वहीं इस बैंक में दानदाताओं का रुझान भी शुरू हो है। जो कि इस बैंक से जुड़कर बैंक को दान कर रहे हैं। जिससे लोगों को फायदा पहुंच रहा है। जालौन के मुख्यालय उरई में शुरू हुए इस अनाज बैंक में लगभग 70 लोगों ने अपने आवेदन देकर अपने खाते खुलवाए हैं। जहां रविवार को 50 लोगों को पांच-पांच किलो अनाज मुफ्त में वितरित किया गया। मुफ्त में अनाज पाकर गरीब लोगों के चेहरों पर मुस्कान आ गई।

बैंक की तरह कार्य करता है अनाज बैंक
उन्होंने कहा कि इस बैंक के माध्यम से उन्हें लाभ मिल रहा है। संस्था की बागडोर संभाले डॉ अमिता सिंह ने बताया कि गरीब निराश्रित लोगों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से बनाया गया है। अनाज बैंक बिल्कुल एक बैंक की तरह कार्य करता है। जिसमें लोग जाकर अपने दस्तावेज जमा करते है। जिसके बाद उनका एक खाता खोला जाता है और उन्हें पासबुक भी दी जाती है। इस पासबुक के आधार पर लोग इस बैंक में जाकर अनाज प्राप्त करते हैं।

दानदाता करते हैं अनाज दान
इसी तर्ज पर इस बैंक में दानदाताओं के भी खाते खोले जाते हैं। जिन्हें पासबुक भी दी जाती है। वह पासबुक के माध्यम से बैंक में जाकर अनाज जमा कराते हैं। बैंक की खासबात यह है कि इसमें दानदाताओं से रुपए जमा नहीं कराए जाते। बैंक में सिर्फ अनाज ही जमा करवाया जाता है। बैंक में खाता खुलवाने के लिए दिए गए आवेदनों का अनाज बैंक कर्मी घर-घर जाकर उनका भौतिक सत्यापन करते हैं। जिनमें उनकी माली हालत और उनकी वर्तमान स्तिथि का जायजा लेकर ही उनका इस बैंक में खाता खोला जाता है।