अब इंदिरा मैराथन का भी हुआ भगवा रंग, कांग्रेसियों ने जताया एतराज

punjabkesari.in Saturday, Nov 18, 2017 - 05:14 PM (IST)

इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनते ही भगवाकरण पर सवाल उठने लगे है। योगी सरकार पर आरोप लगे कि उन्होंने बस और सीएम कार्यालय पर भगवा रंग चढ़ा दिया। ऐसे में उनपर एक और आरोप लग रहा है कि उन्होंने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर होने वाली मैराथन दौड़ की प्रचार सामाग्रियों व आमंत्रण कार्ड को भी केसरिया रंग में तैयार करवाया है। जिसके बाद एक नया विवाद शुरू हो गया है।

भगवा रंग में रंगे बैनर, पोस्टर व आमंत्रण कार्ड
दरअसल 19 नवंबर को इलाहाबाद में होने वाली मैराथन दौड़ के जितने भी बैनर, पोस्टर व आमंत्रण कार्ड तैयार किए गए हैं, वह सभी या तो भगवा रंग में है या फिर बीजेपी के झंडे वाले लाल व हरे रंग में। इससे पहले जो भी प्रचार सामग्रियां होती थीं, वह या तो तिरंगे बैकग्राउंड में होती थीं या फिर सफेद में।

अफसरों ने एेसे दी सफाई
प्रचार सामाग्रियों के भगवाकरण के साथ ही यह पहली बार होगा कि केंद्र या प्रदेश सरकार का कोई मंत्री अथवा बड़ा अधिकारी इसके उद्घाटन व पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल नहीं होगा। आयोजन की प्रचार सामाग्री का भगवाकरण किए जाने पर अफसरों ने सफाई दी है कि इसके पीछे न तो कोई सियासत है और न ही साजिश, यह महज इत्तेफाक है।

कांग्रेसियों ने जताया एतराज
इंदिरा गांधी के नाम पर होने वाली मैराथन के भगवाकरण और केंद्र व यूपी सरकार के किसी मंत्री व बड़े अफसर के शामिल न होने पर कांग्रेस पार्टी ने हमला बोला है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह बीजेपी नेताओं और योगी सरकार के ज़िम्मेदार लोगों की छोटी सोच का नतीजा है।

कांग्रेस नेताओं ने लगाए यह आरोप
कांग्रेस नेताओं का यह भी आरोप है कि बीजेपी के पास इतिहास बयां करने वाला कोई चेहरा नहीं है, इसलिए वह सरदार पटेल और लाल बहादुर शास्त्री के बाद अब इंदिरा की विरासत के बहाने अपना सियासी फायदा उठाने की कवायद कर रही है। योगी सरकार के इस भगवाकरण से इंदिरा की शख्सियत का महत्व कम नहीं होगा।