अॉफ द रिकार्ड: योगी की हुई खूब आलोचना

punjabkesari.in Sunday, Dec 16, 2018 - 11:38 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 3 राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा के प्रमुख प्रचारक रहे। वास्तव में उन्होंने चुनावों की घोषणा और चुनाव प्रचार शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से अधिक रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने 2 सप्ताह से अधिक समय के लिए अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश को त्याग दिया। उन्होंने तेलंगाना में भी काफी प्रचार किया लेकिन परिणामों के बाद उनकी काफी आलोचना हुई क्योंकि परिणामों में भाजपा सभी राज्यों में पराजित हुई।

सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने उनका मजाक भी उड़ाया और कहा कि कांग्रेस को आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करना चाहिए जिनकी बदौलत पार्टी ने शानदार वापसी की है। ऐसा दिखाई देता है कि लोगों का भाजपा से मोहभंग हो गया है। आदित्यनाथ पर खुला कटाक्ष करते हुए भाजपा के पूर्व सांसद और रामजन्म भूमि न्यास के सदस्य रामविलास वेदांती ने कहा कि अगर किसी एक विशेष मुख्यमंत्री के बारे में असंतोष बढ़ रहा है तो उस व्यक्ति की छुट्टी कर देनी चाहिए। अगर मोदी ने राजस्थान में 18 रैलियों को संबोधित किया तो योगी ने वहां 28 रैलियों को संबोधित किया। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी मोदी के मुकाबले योगी की रैलियों की संख्या दोगुनी थी।

भाजपा नेतृत्व समझता था कि राम मंदिर मामला चुनावों में पार्टी को लाभ पहुंचाएगा क्योंकि विकास का एजैंडा फेल हो गया था। आरएसएस ने भी राम मंदिर के लिए एक बड़ी रैली का आयोजन किया था। शिवसेना ने भी अप्रत्यक्ष रूप से चुनावों से पूर्व हिंदुत्व का अपने स्तर पर प्रचार किया था मगर इसका किसी भी तरह से भाजपा को लाभ नहीं मिला। यहां तक कि राम मंदिर का जोर से प्रचार करने वाला नेता भी अपने राज्य में चेहरा छिपा रहा है क्योंकि उत्तर प्रदेश में स्थिति काफी खराब है। योगी को बताया गया है कि वह देश भर में घूमने की बजाय उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार करें।

Anil Kapoor