OMG: मायके से रजाई लेकर नहीं आई दुल्हन, सास ने नहीं मनाने दी सुहागरात

punjabkesari.in Friday, May 31, 2024 - 06:24 PM (IST)

Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जहां मायके से बहू रजाई लाना भूल गई हो तो सास ने उसकी सुहागरात ही रोक दी। जिसके बाद पीड़ित युवती ने दहेज प्रताड़ना की शिकायत एसपी दिनेश कुमार सिंह से की है। रिश्ता टूटने से बच जाए इसलिए एसपी ने मामले को महिला थाने में आयोजित होने वाले परिवार परामर्श शिविर में भेज दिया। लेकिन शिविर में जब काउंसलर की टीम ने दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाकर एक-एक कर बातें सुनी तो प्रार्थना पत्र में लिखी गई बातों से अलग ही मामला नजर आया।
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मायके से नहीं मिली रजाई
बता दें कि मामला मसौली थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती से जुड़ा है। जिसकी शादी 25 फरवरी 2024 को लखनऊ में एक सरकारी चिकित्सालय में संविदा पर काम करने वाले युवक के साथ हुई थी। युवती के मुताबिक उसके पिता का निधन हो चुका है। मां व भाईयों ने दहेज में अन्य सामान के साथ कार भी दी। विदा होकर ससुराल पहुंची तो वहां सास का रुख कुछ देर बाद बदल गया। दूसरी मंजिल पर अकेली रात 10 बजे तक बैठी रही। किसी ने चाय-पानी तक नहीं पूछा तो नीचे उतरकर सास के पास गई और अपना कमरा पूछा। सास ने कमरा बताया लेकिन कमरे में रजाई नहीं थी। फरवरी में जाड़ा रजाई ओढ़ने लायक थी। सास से पूछा तो बोली तुम्हारी मां व भाईयों ने रजाई नहीं दी है, तो बिना रजाई के सो जाओ। यह सुनकर खुशियां मानों काफूर हो गईं। आंखों से आंसू गिरने लगे। कलेवा का सामान जिस चादर में बंधा रखा, उस चादर को मांगा तो सास ने कहा इसे जरूर ले जाओ आपके ही मायके की है।

सास के इशारों पर पति ने नही मनाया सुहागरात
पीड़िता ने बताया कि फिर वह कमरे में जाकर बेड का पावा पकड़कर बैठ गई। मध्य रात के बाद पति रजाई लेकर आए और कहा सो जाओ, कल बात करेंगे। जिसके बाद थकान के कारण सो गई। दूसरे व तीसरे दिन भी पति साथ में लेटे लेकिन सुहागरात नहीं हुई। चौथे दिन पति मोहल्ले में ही स्थित अपने बड़े भाई के घर में चले गए। वहां से चार दिन बाद लौटे, फिर भी सुहागरात नहीं हुई। इसके बाद जब पति ड्यूटी पर चले गए, तब सास ने पूछा क्या तुम दोनों ने सुहागरात नहीं मनाई? बहू बोली आप अपने बेटे से पूंछें। सास ठहाका मार कर हंसी और बोली हमें पता है, मेरी मर्जी के बिना मेरा बेटा कुछ नहीं करेगा। फिर अपने पास बैठाकर सास बोली तुम्हारी मां ने टीवी दिया होता तो हम दोनों सास-बहू बैठकर देखते। पांच परछन वाली साड़ियां भी नहीं दी। इससे हमारी बहुत बेइज्जती हुई है। इन्हीं सब बातों को लेकर हम सब बहुत नाराज हैं। इसीलिए सुहागरात नहीं मनाने दी गई।


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Content Editor

Mamta Yadav

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