OMG! फर्नीचर कारोबारी ने SDM से  मांगे 2.68 लाख रुपये बकाया, तो घर पर चलवाया बुलडोजर,  जांच के आदेश

punjabkesari.in Saturday, Jul 16, 2022 - 10:05 PM (IST)

लखनऊ: यूपी की योगी सरकार एक ओर जहां बुलडोजर को लेकर सकारात्‍मक संदेश दे रही है वहीं मुरादाबाद के एसडीएम पर इसे हथियार की तरह इस्‍तेमाल करने के आरोप लग रहे हैं। जिले के बिलारी निवासी एक कारोबारी ने आरोप लगाया है कि जब उसने फर्नीचर के दो लाख 67 हजार रुपये मांगे तो उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) ने उसके घर पर बुलडोजर चलवा दिया। शिकायत मिलने पर मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने जिलाधिकारी को वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी से मामले की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।

सिंह ने इस संदर्भ में शनिवार को कहा, ''मेरे पास 11 जुलाई को शिकायत आई थी और इसमें मैंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि घटना की जांच कर मुझे बताएं। जिलाधिकारी को यह भी स्पष्ट किया गया है कि जांच एडीएम (अपर जिलाधिकारी) स्‍तर के अधिकारी से कराएं।'' मंडलायुक्त ने कहा कि जिलाधिकारी ने एडीएम (प्रशासन) को जांच सौंपी है और जांच अधिकारी ने शुक्रवार को जांच शुरू कर दी। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी थी और आजकल में यह रिपोर्ट मिल जाएगी, इसके बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई होगी।''

जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि एडीएम प्रशासन को जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक और आरोप है कि शिकायतकर्ता ने क्षेत्र के एक तालाब पर कब्जा कर लिया है तथा अतिक्रमण के मामले में कोई कार्रवाई न हो, इसके लिए एसडीएम के खिलाफ उसने शिकायत की है। उन्होंने कहा कि दोनों पहलुओं पर जांच की जा रही है। मुरादाबाद के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से की गई शिकायत में बिलारी के स्टेशन रोड निवासी फर्नीचर कारोबारी जाहिद अहमद ने कहा है कि बिलारी के एसडीएम घनश्याम वर्मा ने बेड, कुर्सी, मेज, सोफा आदि पसंद किए और अपने आवास पर भिजवाने के लिए कहा। कारोबारी ने कहा कि उन्होंने एसडीएम के आवास पर फर्नीचर के साथ ही एक लाख 48 हजार रुपये का बिल भेज दिया।

आरोप के मुताबिक़, एसडीएम ने तीन जुलाई को दीवान तथा सोफा समेत एक लाख 19 हजार रुपये का फर्नीचर और खरीदा तथा इसे हरदोई में अपनी बेटी के यहां भिजवा दिया। अहमद ने शिकायत में कहा है कि जब उन्होंने एसडीएम से फर्नीचर के बिल के दो लाख 67 हजार रुपये का भुगतान करने को कहा तो एसडीएम ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी। कारोबारी ने आरोप लगाया कि इसके बाद उन्होंने 11 जुलाई को मंडलायुक्त से शिकायत की लेकिन 12 जुलाई को एसडीएम ने बुलडोजर के साथ उनके (कारोबारी) घर तहसीलदार को भेज दिया और घर की दीवार गिरा दी गई। अहमद ने कहा कि जब उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर गुहार लगाई तो बुलडोजर की कार्रवाई रुक गई।

इस संबंध में घनश्‍याम वर्मा का पक्ष नहीं मिल सका। समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शुक्रवार को ट्वीट किया गया, ''योगी जी के अधिकारी बुलडोजर से जनता का कर रहे शोषण। मुरादाबाद में फर्नीचर के रुपये मांगने पर एसडीएम बिलारी ने कारोबारी के घर पर बुलडोजर चलवाकर दीवार गिराई, निंदनीय एवं शर्मनाक।'' इसी ट्वीट में सपा ने यह भी कहा ''मामले का संज्ञान लें सीएम। एसडीएम के खिलाफ हो कार्रवाई। कारोबारी के नुकसान की भरपाई करे सरकार।''

सपा के इस ट्वीट के जवाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने शनिवार को कहा, '' योगी जी की सरकार एक पारदर्शी सरकार है और आम या खास में कोई अंतर नहीं करती है। बड़े से बड़ा अधिकारी हो या सामान्य से सामान्य कोई हो, यदि उसके खिलाफ दोष सिद्ध पाया गया तो सरकार उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।'' उन्होंने कहा कि विपक्ष के आरोप केवल राजनीति से प्रेरित हैं।


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Mamta Yadav

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