OMG: सरकारी अस्पताल में जिंदा जला ''वार्मर मशीन'' पर रखा नवजात, मोबाइल में बिजी रहा ड्यूटी स्टाफ

punjabkesari.in Tuesday, Aug 17, 2021 - 11:51 AM (IST)

कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी में डॉक्टरों की लापरवाही का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जिला अस्पताल में स्टाफ की अनदेखी से वार्मर मशीन में रखे बच्चे की जलने से मौत हो गई। आरोप है कि स्टाफ अपने मोबाइल में ही व्यस्त रहा और उन्होंने ध्यान नहीं दिया, जिससे एसएनसीयू वार्ड के वार्मर में हीटिंग पैड ज्यादा गर्म हो गया और बच्चा झुलस गया जिससे उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया और न्याय की मांग करने लगे। फिलहाल परिजनों ने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करवा दी है और पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है वही सीएमएस ने लापरवाही करने वाले स्टाफ के खिलाफ कार्यवाई की बात कही है।


मामला मंझनपुर कोतवाली के जिला अस्पताल का है। दरअसल, फतेहपुर जनपद के हरिश्चंद्रपुर गांव के रहने वाले जावेद की पत्नी को जिला अस्पताल में दो दिन पहले डिलीवरी हुई थी और डिलेवरी के बाद नवजात शिशु फीड नहीं कर पा रहा था। इस पर डॉक्टर ने बच्चे को SNCU में भर्ती करा दिया। आरोप है कि SNCU वार्ड के स्टाफ बच्चे का ठीक से देखभाल नहीं कर रहे थे। स्टाफ बच्चे को हीटिंग पैड लगाकर नदारद हो गया। थोड़ी देर बाद जब उसकी दादी बच्चे को देखने गई तो बच्चा खेल रहा था। लेकिन लगभग 7 बजे जब वह दोबारा देखने गई तो मासूम नवजात के शरीर से धुँआ निकल रहा था। उसका बदन फट गया था।


पिता जावेद ने अस्पताल के स्टाफ पर गम्भीर आरोप लगाए है। पिता के मुताबिक स्टाफ़ ने बच्चे को हिटिंग पैड पर रखा था।अस्पताल के SNCU स्टाफ़ बाहर घूम रहे थे और मोबाइल पर मस्त थे। जिसके चलते बच्चे की मौत हुई है। परिजनों ने अस्पताल पर पैसे वसूलने के भी आरोप लगाया है वही लापरवाही कर शिशु को जला कर मार दिया गया और अब डॉक्टर माफी मांग रहे है । परिजन अब न्याय की मांग कर रहे है।

वही सीएमएस दीपक सेठ ने पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाई की बात कही है। अस्पताल के सीएमएस के मुताबिक एनआईसीयू वार्ड में एक बच्चा भर्ती हुआ था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई है। बच्चे के परिजनों ने स्टॉफ़ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी। परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से भी की है पुलिस शिकायत के आधार पर जांच कर कार्यवाई करने की बात कह रही है।

 

 

Content Writer

Umakant yadav