ओमप्रकाश राजभर ने महराज सुहेलदेव को भारत रत्न देने की मांग की, कहा- सपा ने पिछड़ों का हक मारा

punjabkesari.in Saturday, Jan 28, 2023 - 02:03 PM (IST)

लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह) : भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने महराज सुहेलदेव को भारत रत्न देने की मांग की हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महराज सुहेलदेव के बलिदानों के देखते हुए भारत सरकार को उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए। उन्होंने देश को मुगलों का गुलाम होने से बचाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पास इतनी हिम्मत नहीं हैं कि वह देश के इतने महान राजा के लिए भारत रत्न की मांग करें। वो लोग सिर्फ अपने नेता के लिए ऐसी मांग कर सकते हैं। मैं इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जल्द ही मुलाकात करुंगा।

विदेशी आक्रांता को हराया था
ओम प्रकाश राजभर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महराज सुहेलदेव के बलिदान का सम्मान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले बहराइच में उनके स्मारक का शिलान्यास कर चुके हैं। जब भारत पर विदेशी आक्रांता महमूद गजनवी ने आक्रमण किया तो उस वक्त हिंदुस्तान का कोई भी राजा उसके सामने नहीं टिक पाया। उस वक्त महराज सुहेलदेव ने महमूद गजनवी को हराकर भारत को मुगलों का गुलाम होने से बचाया था।

सपा नेता सिर्फ अपने लिए ऐसी मांग कर रहे
ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के नेताओं व अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपनी सरकार के रहते राजभर समाज के लिए क्या किया? वह सरकार में रहने के दौरान सिर्फ चिल्लाते रहें। उन्होंने महराज सुहेलदेव को कभी सम्मान देने की बात तक नहीं की। आज जब वो सत्ता में नहीं  है तो सरकार से मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न देने की मांग कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के नेता कभी खुद से बाहर नहीं निकल पा रहें। वह सिर्फ अपने नेता के लिए भारत रत्न की मांग कर रहे हैं न कि समाज के बड़े व महान राजा के लिए इससे अखिलेश यादव की नियत साफ तौर पर दिखती हैं।

सपा सरकार ने अति पिछड़ों का हक मारा
सुभासपा प्रमुख ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि इनके सरकार के दौरान ही अति पिछड़ों को प्रमोशन में दिया जाने वाला आरक्षण खत्म किया। जब 2013 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आदेश दिया की 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ सिर्फ 12 जातीयां उठा रही हैं। उसे सभी जातियों में बराबर बराबर बांटा जाए उस वक्त अखिलेश यादव का मुंह नहीं खुला। पिछड़ों  व अति पिछड़ों का हक मारने वाले आज किस मुंह से अपने नेता के लिए ऐसी मांग कर रहे हैं।

60 विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका में है राजभर
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में करीब 18 प्रतिशत आबादी राजभर समाज के लोगों की हैं। उनमें भी प्रमुख रूप से पूर्वांचल के 15 जिलों के करीब 60 सीट विधानसभा सीटों पर राजभर समाज निर्णायक भूमिका में हैं। राजा सुहेलदेव को भारत रत्न देने की मांग कर ओमप्रकाश राजभर अपने वोटरों के बीच अपनी पैठ और मजबूत करना चाहते हैं।

जब राम शरणं गच्छामी किया तब पिछड़ो का सम्मान नहीं दिखा
वहीं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह 4 बार बसपा सरकार में मंत्री 2 बार नेता प्रतिपक्ष व 2017 में जब BJP में जाकर राम शरणं गच्छामी किया तब उन्हें पिछड़ों का अपमान नहीं दिखा। उस वक्त तो वह राम नाम जपना पराया माल अपना कर रहे थे। अब वह सत्ता से बाहर हैं और कोई उन्हें पूछ नहीं रहा है। तब वह सबकी नजरों में आने के लिए ऐसे उल जुलूल बयान दे रहे हैं। वहीं सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि वह स्वामी प्रसाद मौर्य पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई न करके ये बता चुके हैं कि वह उनके (स्वामी प्रसाद मौर्य) के साथ खड़े हैं। 

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Prashant Tiwari