‘हिंदुओं के त्यौहार पर पहचान देखकर ही मेहंदी लगवाएं, बहन बेटी को बचाएं’, निर्मोही अखाड़े के महामंडलेश्वर ने छेड़ा अभियान; सरकार से की ये मांग
punjabkesari.in Wednesday, Oct 09, 2024 - 09:10 PM (IST)
Meerut News, (आदिल रहमान): मेरठ में निर्मोही अखाड़े के महामंडलेश्वर ने पोस्टर लगाकर हिंदुओं के त्यौहार पर पहचान देखकर ही मेहंदी लगवाने और बहन बेटी को बचाए जाने का लोगों से निवेदन किया है। जहां निर्मोही अखाड़े के महामंडलेश्वर ने बाकायदा एक अभियान छेड़ दिया है जिसके तहत मंदिर के गेट पर बाकायदा बैनर लगाया गया है जिस पर लिखा हुआ है कि हिंदुओं के त्यौहार पर पहचान देखकर ही मेहंदी लगवाएं, बहन बेटी को बचाएं। इस दौरान महामंडलेश्वर का कहना है कि दूसरे धर्म के लोगों से मेहंदी लगवाने की जगह अपने ही हिंदू धर्म के लोगों से मेहंदी लगवाएं क्योंकि सनातनी त्योहारों पर सनातनी लोग ही उसका महत्व जानते हैं ना कि दूसरे संप्रदाय के लोग।
दरअसल, निर्मोही अखाड़े के महामंडलेश्वर महाराज महेंद्र दास ने बताया कि ये पहल उनके द्वारा की गई है और इस पहल में बाकायदा मंदिर के गेट पर बैनर लगाया गया है जिस पर लिखा है कि हिंदुओं के त्यौहार पर पहचान देखकर ही मेहंदी लगवाएं, बहन बेटी को बचाएं। इस दौरान महामंडलेश्वर ने कहा कि आगामी दिनों में हिंदुओं के त्यौहार शुरू होने जा रहे हैं और आगामी हिन्दू त्यौहारों पर हिन्दू महिलाएं मेहंदी लगवाती हैं इसीलिए उनके द्वारा ये पहल की गई है जिसके तहत हिन्दू समुदाय के लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि आगामी हिन्दू त्यौहारों में मेहंदी लगवाने में हिन्दू लोगों से ही मेहंदी लगवाई जाए क्योंकि सनातनी त्यौहार और उसका महत्व हिन्दू ही समझते है न कि दूसरे सम्प्रदाय के लोग।
महामंडलेश्वर ने सरकार से अपील करते हुए इस बात की मांग की इस बात को भी सुनिश्चित कराया जाए की मेहंदी लगाने वाले भी अपनी पहचान जाहिर करें और अपने नेम प्लेट लगाकर रखें जिससे कि इस बात का पता लग सके कि वह किस संप्रदाय से जुड़े हैं और सरकार जब खाने पीने वालों की पहचान सुनिश्चित कर आ रही है तो फिर मेहंदी लगाने वालों की भी पहचान सुनिश्चित कराई जाए। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये अभियान जो उनके द्वारा शुरू किया गया है वो लगातार चलता रहेगा साथ ही साथ मंदिर में आने वाले लोगों को भी इस मुद्दे पर जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी मंदिरों में इस तरह के पोस्टर लगाए जाएंगे।