अपने 81वें जन्मदिन पर बोले मुलायम- गरीबों का भी जन्मदिन मनाएं और मुझे भी बुलाएं

punjabkesari.in Friday, Nov 22, 2019 - 04:22 PM (IST)

लखनऊः समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने आज अपना 81वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने 81 किलो के लड्डू से बना केक काटकर अपना जन्मदिन मनाया। इस दौरान अखिलेश यादव भी मौजूद थे। पिता मुलायम सिंह को अखिलेश ने केक खिलाया।

इस दौरान कार्यकर्ताओं को सबोंधित करते हुए मुलायम सिंह ने कहा कि मैं चाहता हूं कि ऐसा कुछ करिए कि आपमें से किसी का जन्मदिन यहां मनाया जाए और उसका सम्मान हो। उन्होंने कहा कि आज देश में कई समस्याएं हैं। आप लोग गरीबों की मदद करें। अगर आप मेरी तरह बनना चाहते हैं तो मैं आपको बताऊंगा क्या करना है। आपके ब्लाक में मोहल्ले में कोई न कोई गरीब होगा। त्यौहार पर उनके यहां पुड़ी नहीं बनती होगी। कई ऐसे घर हैं जहां त्यौहार पर पुड़ी तो क्या खाने को नहीं होता। आप उन गरीबों की मदद करें। बुंदेलखंड में एक महिला ने ऐसा किया और समाजवादी पार्टी को मजबूत किया। आप भी ऐसा कर सम्मान पा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि देश के सामने बहुत बड़ी समस्याएं हैं। बुजुर्गों और नौजवानों की समस्याएं हैं, लेकिन नेताओं में आपस में मतभेद भी हैं। एक दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप भी लगा रहे हैं। यह बंद करना होगा। मेरा जन्मदिन मनाया आपका धन्यवाद, लेकिन किसी गरीब का सहयोग करिए उसका जन्मदिन मनाएं तब मानेंगे मेरा जन्मदिन सफल हो गया है।

सपा संरक्षक ने कहा, "आप सभी जोश में हैं, मुझे खुशी है नौजवानों की तादाद बहुत है। नौजवानों को आगे आना चाहिए। आगे ये पार्टी आपके हाथ में होगी। जितना हमारा सम्मान हुआ है उतनी हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है। हम चाहते हैं गरीब कार्यकर्ताओं का भी जन्मदिन मनाया जाए। मेरी यही इच्छा है कि आप भी आगे चलकर मुलायम सिंह बने। आप हमसे मिलें हम बताएंगे कि आपको आगे कैसे बढ़ाना है।

मुलायम के संबोधन के दौरान 'जिसका जलवा कायम है, उसका नाम मुलायम है' नारे गुंजने लगे तो उन्होंने कहा कि जलवा मुलायम सिंह का नहीं, जलवा नौजवानों का है जो गरीब बेसहारा हैं।उनकी मदद करें हम चाहते हैं कि गरीबों का भी जन्मदिन मनाएं और मुझे भी बुलाएं। हम आएंगे। सपा गरीबों और अन्याय के खिलाफ लड़ रही है। अन्याय का बोध और न्याय का साथ देने पर सपा देश की सबसे अहम पार्टी बन जाएगी। वायदा करना तो पूरा करना, वादाखिलाफी भ्रष्टाचार है।

Tamanna Bhardwaj