श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर जगतगुरु परमहंस आचार्य को अयोध्या पुलिस ने रास्ते में रोका, कार सेवा करने जा रहे थे मथुरा
punjabkesari.in Friday, Aug 19, 2022 - 04:53 PM (IST)
लखनऊः उत्तर प्रदेश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर सभी हर तरफ भक्तिमय बना हुआ है। देश भर से भक्त कृष्ण जन्मभूमी मथुरा में पहुंच रहे है। सभी साधु संत मथुरा पहुंच कर श्री कृष्ण जन्माष्टमी को धूमधाम से मना रहे है। इसी के चलते जगतगुरु परमहंस आचार्य भी मथुरा में कार सेवा के लिए निकले थे। लेकिन उनके मथुरा पहुंचने से पहले ही अयोध्या पुलिस ने उन्हें रोक दिया है।
बता दें कि जगतगुरु परमहंस आचार्य आज मथुरा में कार सेवा के लिए निकले थे। लेकिन अयोध्या जिला प्रशासन ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया है। इस दौरान पुलिस और संत परमहंस के बीच बहस हुई। जिसके बाद संत परमहंस ने प्रधानमंत्री-गृहमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन पुलिस को सौंपा है। इसी बीच जब यह बात मीडिया तक पहुंची तो मीडिया ने उनसे बात की तो उन्होंने बताया, ‘हमने पहले से इस बात का ऐलान किया हुआ था, कि जिस तरह से हमने अयोध्या में बाबरी विध्वंस किया था। उसी तरह से हम मथुरा में भी भगवान कृष्ण के जन्माष्टमी महोत्सव के पावन पर्व पर भी हम लोग कार सेवा करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर प्रशासन ने हमें यहां पर रोक दिया और मथुरा नहीं जाने दिया है। इसके बाद हमने आदरणीय प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर इस बात की मांग की है, कि जब एक आतंकवादी के लिए रात को सुप्रीम कोर्ट खुल सकता है, तो फिर 100 करोड़ हिन्दुओं की आस्था के लिए क्या फास्टट्रैक कोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी ने इस बात का वादा किया था कि सत्ता में आने पर अयोध्या, मथुरा और काशी विश्वनाथ तीनों लेंगे एक साथ। तो इस तरह से अयोध्या तो हो गया। लेकिन अब मथुरा और काशी कब तक लेंगे? उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को कोट करते हुए कहा, उन्होंने बताया था कि देर से मिला हुआ न्याय अन्याय के समान होता है। इसलिए हम लोगों को भी अब न्याय मिलना चाहिए। क्योंकि मुगल काल से लेकर 2014 तक हिन्दुओं के साथ तमाम हिंसा, उत्पीड़न और तरह-तरह के शोषण होते रहे हैं, 2014 में जाकर हिन्दुओं ने सांस लिया।’
इसके बाद जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा,’कश्मीर में अगर आज भी आतंकवादी आते हैं तो सिर्फ हिन्दुओं को ही मार के जाते हैं धर्म देखकर हमला होता है। आज भी पश्चिम बंगाल, केरल जैसी जगहों पर जो हिंसा और हत्याएं हो रहीं हैं वो बहुत ही चिंता का विषय है। तो अब श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पास से जो शाही ईदगाह रूपी कलंक है, उसे वहां से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री जी से इस बात की मांग की है, 100 करोड़ हिन्दू अब रुकेगा नहीं। हम लोग संवैधानिक हैं हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। हम केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर पूरा भरोसा करते हैं। प्रशासन पर भरोसा करते हैं लेकिन हमारे ऐतिहासिक धर्मस्थल जो है वहां हम मुगल आक्रांताओं के जो कलंक स्थापित किए गए हैं उसको हम अब नहीं देख पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने एक साल का समय दिया है अगर अगली जन्माष्टमी तक ये काम नहीं हुआ तो हम लोग कार सेवा करेंगे।