CM योगी के आश्वासन पर शहीद के परिजनों ने खत्म किया अनशन

punjabkesari.in Monday, May 22, 2017 - 11:37 AM (IST)

सम्भल: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने गांव बुलाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पिछले साल अक्तूबर में पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए जवान सुधीश कुमार के परिजनों ने मुख्यमंत्री के आश्वासन पर अपना अनशन खत्म कर दिया। मुरादाबाद के दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने सुधीश के परिजन से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि शहीद के गांव में विकास के काम शुरू किए जाएंगे।

योगी से मुलाकात करके लौटे शहीद के भाई मनोज कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनसे, उनके पिता ब्रह्मपाल तथा चाचा सुधीर कुमार से मुलाकात की और गांव में इंटर कालेज के निर्माण समेत विभिन्न विकास कार्य शुरू कराने का आश्वासन किया। कुमार ने बताया कि समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विभाग राज्यमंत्री गुलाबो देवी शहीद के परिजनों का अनशन तुड़वाएंगी। इसके पूर्व, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गांव बुलाने को लेकर अनशन आज तीसरे दिन भी शुरू हुआ और हालत बिगडऩे के मद्देनजर शहीद की पत्नी और भाई को अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी गई थी।

19 से थे अनशन पर
सम्भल के नखासा थाना क्षेत्र के पंसुखा गांव में शहीद सुधीश कुमार के परिजन मुख्यमंत्री के गांव आकर उनकी समस्याओं, गांव के विकास तथा पूर्व में भाजपा नेताओं द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग को लेकर गत 19 मई से अनशन पर बैठे थे। भीषण गर्मी में अनशन करने से शहीद की पत्नी कविता और चचेरे भाई जिले सिंह की हालत ज्यादा खराब बताते हुए उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई थी।

शहीद की मां ने दी थी खुदकुशी की धमकी
सरहद पर पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले के निवासी जवान सुधीश कुमार के परिजन अपने गांव की उपेक्षा से आहत होकर गत शुक्रवार को आमरण अनशन पर बैठ गए थे। शहीद की मां संतोष कुमारी और पत्नी कविता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उनके गांव नहीं आने पर खुदकुशी की धमकी दी थी।

क्या है मामला?
पिछले साल 16 अक्तूबर को जम्मू-कश्मीर के राजौरी के पास पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए सुधीश की मां संतोष कुमारी के मुताबिक उनके बेटे की शहादत के वक्त उन्होंने तथा उनके पूरे परिवार ने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गांव बुलाने को लेकर धरना दिया था। उनके नहीं आने को भाजपा ने मुद्दा बनाते हुए तमाम वादे किए थे। परिजनों के मुताबिक भाजपा नेताओं ने शहीद के परिजनों को पैट्रोल पम्प दिलाने, उनके गांव पंसुखा मिलक में सड़क बनवाने, शहीद सुधीश का स्मारक बनवाने, गांव के प्राइमरी स्कूल का नाम शहीद के नाम पर करवाने तथा गांव में एक इंटर कालेज बनवाने की बात की थी लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं हुआ।