त्रेता युग की तर्ज पर अयोध्या में प्रवेश के लिए बनाए जाएंगे 6 प्रवेश द्वार, हाईटेक सुविधाओं से होगी लैस

punjabkesari.in Thursday, Mar 16, 2023 - 05:04 PM (IST)

अयोध्या (संजीव आजाद): एक तरफ धर्मनगरी अयोध्या में भव्य और दिव्य रामलला का मंदिर निर्माण हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ इस नगरी को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। इसी कड़ी में जिस प्रकार से वाल्मीकि रामायण व स्कंद पुराण के अनुसार जिस तरह त्रेता युग में अयोध्या में प्रवेश द्वार बनाए गए थे। कुछ इसी तर्ज पर राम भक्तों के स्वागत के लिए 6 प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं, राम जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, व राम पथ के के साथ ही साथ अयोध्या में प्रवेश करने के सभी छह रास्तों पर प्रवेश द्वार के निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है। यह द्वार शिलाओं से निर्मित होंगे, इन शिलाओं की खासियत होगी कि वह भी राम मंदिर में प्रयोग होने वाले पत्थर की तरह होगी।

भगवान रामलला का मंदिर अक्टूबर 2023 में बन करके तैयार हो जाएगा और भगवान राम लला जनवरी 2024 में अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे, मंदिर में राम लला के विराजमान होने के बाद आने वाले श्रद्धालु को अयोध्या बदली हुई दिखाई दे, कुछ इस तरह से विकास किया जा रहा है। जिसके लिए अयोध्या में प्रवेश के लिए 6 प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं। जिसने से पहला द्वार लखनऊ से अयोध्या श्री राम द्वार, दूसरा गोरखपुर से अयोध्या हनुमान द्वार, गोंडा से अयोध्या लक्ष्मण द्वार, प्रयागराज से अयोध्या भरत द्वारा, अंबेडकर नगर से अयोध्या जटायु द्वार, रायबरेली से अयोध्या गरुड़ द्वार के नाम से होगा।

अयोध्या आने के लिए 6 प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं और इन प्रवेश द्वार के पास कई तरह के सुविधाएं दी जाएंगी, जिसमे धर्मशाला और होटल प्रमुख होंगी और अयोध्या तक आने के लिए इलेक्ट्रॉनिक बस का भी संचालन किया जाएगा। यानी कि जब आप अयोध्या में प्रवेश करें तो किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो।

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Mamta Yadav